Survey कहता है साठ फीसदी परिवारों को आय घटने का डर, बजट में मांगी राहत

Money
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

पिछले साल 25 नवंबर से इस साल 25 जनवरी तक हुए इस अध्ययन के अनुसार 52 प्रतिशत उत्तरदाता मानते हैं कि छंटनी और भर्तियों में कमी के कारण आगामी छह से 12 महीनों तक आर्थिक अस्थिरता बनी रहेगी। लोकलसर्किल्स ने कहा कि इस अध्ययन के लिए उसने 309 जिलों के 37,000 परिवारों से राय ली।

देश के 309 जिलों मे कराए गए एक अध्ययन में शामिल परिवारों में आधे से ज्यादा ने अपनी आय में 25 प्रतिशत तक गिरावट की आशंका जताई। ऑनलाइन मंच लोकलसर्किल्स ने रविवार को बताया कि ये परिवार आगामी बजट में राहत की उम्मीद कर रहे हैं। पिछले साल 25 नवंबर से इस साल 25 जनवरी तक हुए इस अध्ययन के अनुसार 52 प्रतिशत उत्तरदाता मानते हैं कि छंटनी और भर्तियों में कमी के कारण आगामी छह से 12 महीनों तक आर्थिक अस्थिरता बनी रहेगी। लोकलसर्किल्स ने कहा कि इस अध्ययन के लिए उसने 309 जिलों के 37,000 परिवारों से राय ली।

इनमें प्रथम श्रेणी, दूसरी श्रेणी और छोटे कस्बों के लोग शामिल हैं। अध्ययन में 64 प्रतिशत पुरुष और 36 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। लोकलसर्किल्स के संस्थापक सचिन टपरिया ने कहा, हमारा अध्ययन संकेत देता है कि देश के ज्यादातर परिवार संकट का सामना कर रहे हैं और लोकलसर्किल्स को आयकर दरों में कमी और छूटों को बढ़ाने के लिए हजारों सुझाव मिले हैं। अध्ययन के अनुसार सात प्रतिशत उत्तरदाताओं ने चालू वित्त वर्ष में वार्षिक आय में 25 प्रतिशत तक गिरावट की आशंका जताई। इसके अलावा 22 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने 10-15 प्रतिशत गिरावट, 10 प्रतिशत ने 10 प्रतिशत तक की गिरावट और 21 प्रतिशत ने बिना किसी अनुमान के आय में कमी की आशंका जताई। रिपोर्ट के अनुसार 56 प्रतिशत उत्तरदाताओं को लगता है कि उनकी औसत बचत चालू वित्त वर्ष में घट जाएगी, जबकि सिर्फ 19 प्रतिशत ने बचत बढ़ने की उम्मीद जताई।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़