विज्ञापन उद्योग में लौटी रौनक, दिखने लगे सुधार के संकेत

advertising industry
अंकित सिंह । Jul 9 2020 10:11PM

देंत्यु एजिस नेटवर्क के चेयरमैन (भारत) और मुख्य कार्याधिकारी (एशिया प्रशांत क्षेत्र) आशिष भसीन ने उम्मीद जताई कि दिवाली के आसपास विज्ञापन उद्योग में सामान्य स्थिति दिखाई दे सकती है।

कोरोनावायरस संकट के कारण उद्योग और अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। लॉकडाउन के कारण लगभग सभी क्षेत्रों में व्यवधान देखने को मिला। विज्ञापन उद्योग पर भी कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन से व्यापक असर पहुंचा है। विज्ञापन धंधा भी मंदा हो गया था। हालांकि अब जब देश अनलॉक 2 में आगे बढ़ रहा है तो इस उद्योग में भी सुधार देखने को मिल रहे है। अप्रैल महीने में विज्ञापन उद्योग में अचानक गिरावट देखने के बाद फिलहाल कई कंपनियां धीरे-धीरे ही सही सामान्य होने की दिशा में बढ़ रही हैं। पिछले साल के अप्रैल की तुलना में इस साल कारोबार लगभग 65 फ़ीसदी कम रहा। इसके बाद हर महीने में धीरे-धीरे सुधार हुआ। मई में पिछले साल के मुकाबले 50 फ़ीसदी की गिरावट थी तो जून में इसमें 35 से 40 फ़ीसदी की गिरावट देखने को मिली।

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देंत्यु एजिस नेटवर्क के चेयरमैन (भारत) और मुख्य कार्याधिकारी (एशिया प्रशांत क्षेत्र) आशिष भसीन ने उम्मीद जताई कि दिवाली के आसपास विज्ञापन उद्योग में सामान्य स्थिति दिखाई दे सकती है। उन्होंने आगे कहा कि अब हर कोई नई स्थिति में ढ़लने की कोशिश कर रहा है और आगे इसी तरीके से बढ़ना भी होगा। उन्होंने कहा कि यह आकलन एफएमसीजी एवं वाहन जैसे श्रेणियों में ग्रामीण बाजार में सुधार पर आधारित है। वास्तव में इन क्षेत्रों में ग्रामीण बाजार में सुधार पहले ही शुरू हो चुका है और आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। फिलहाल टेलीविजन पर प्रतिदिन विज्ञापन वॉल्यूम में अप्रैल 2020 के मुकाबले जून में 74 फ़ीसदी की वृद्धि देखी गई है। इसके कारण यह भी था कि लॉकडाउन के दौरान विज्ञापन उद्योग पर बड़ा ही प्रभाव पड़ा था।

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विज्ञापन उद्योग अगस्त और इस साल के अंत तक चलने वाले त्योहारी मौसम की वजह से उद्योग में लगभग 40 फ़ीसदी की वृद्धि देख रहा है। वंडरमैन थॉम्पसन दक्षिण एशिया के चेयरमैन समूह के सीईओ तरुण राय ने कहा, “हमारे लिए सौभाग्य की बात है, और हमारे ग्राहकों के लिए, बिक्री के लिहाज से साल की दूसरी छमाही अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि त्यौहारी सीज़न में काफी तेज रिकवरी देखने को मिलेगी। संकेत अधिकांश श्रेणियों के लिए सकारात्मक हैं। उधर ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल का भी कहना है कि हिंदुस्तान युनिलीवर आईटीसी जैसी 10 बड़ी विज्ञापन दाताओं के विज्ञापनों में 26 जून 2020 को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़ोतरी देखी गई। साल के आखिर तक इसमें और भी सुधार होंगे।

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मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए आज विज्ञापन पर निर्भरता एक ‘बड़ा अभिशाप’ है। मीडिया उद्योग के दिग्गज उदय शंकर ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में बदलान लाने की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि उपभोक्ता सामग्री या कंटेंट के लिए भुगतान करें। उन्होंने कहा कि आज यह उद्योग बढ़कर 20 अरब डॉलर का हो गया है। इसमें से 10 अरब डॉलर के राजस्व का योगदान अकेले विज्ञापन का है। शंकर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मीडिया उद्योग उपभोक्ताओं के साथ अपने संबंधों के बल पर आगे बढ़ा है। शंकर ने कहा कि इस साल कोविड-19 की वजह से उद्योग को बड़ा झटका लगेगा। विज्ञापन पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता से इसका प्रभाव और अधिक ‘कष्ट’ देने वाला होगा।

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