आवास की कमी को दूर करने के लिए तकनीक चुनौती शुरू करेगी केंद्र सरकार
‘‘वैश्विक आवास तकनीक चुनौती - भारत (ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज - इंडिया) से (भवन) निर्माण क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। ’’उन्होंने कहा, ‘‘यह आवास की कमी से जुड़े मुद्दों को समयबद्ध तरीके से दूर करने के साथ किफायती तथा त्वरित निर्माण तकनीकों की जरूरतों पर भी ध्यान केन्द्रित करेगा।’’
नयी दिल्ली। आवास की कमी से जुड़े मुद्दों को समयबद्ध तरीके से दूर करने के लिए केन्द्र सरकार सोमवार को यहां ‘वैश्विक आवास तकनीक चुनौती’ की शुरूआत करेगी। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि मंत्री हरदीप सिंह पुरी प्रधानमंत्री आवास योजना-शहर (पीएमएवाई-यू) के तहत इस अभियान का शुभारंभ करेंगे।
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मिश्रा ने ट्वीट किया, ‘‘वैश्विक आवास तकनीक चुनौती - भारत (ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज - इंडिया) से (भवन) निर्माण क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। ’’उन्होंने कहा, ‘‘यह आवास की कमी से जुड़े मुद्दों को समयबद्ध तरीके से दूर करने के साथ किफायती तथा त्वरित निर्माण तकनीकों की जरूरतों पर भी ध्यान केन्द्रित करेगा।’’
Global Housing Technology Challenge-India will enable a paradigm shift in the country’s construction sector. It will address issues related to housing shortage in a time-bound manner & focus on the need for emerging, cost effective & speedy construction technologies. pic.twitter.com/wtHX0jtonR
— Durga Shanker Mishra (@Secretary_MoHUA) January 12, 2019
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने जून 2015 में पीएमएवाई-यू योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य सभी लोगों को 2022 तक आवास मुहैया कराने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना है।
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