पट्टे पर दफ्तर जगह की मांग 2021 में दो प्रतिशत बढ़ी, 2019 के मुकाबले 45 प्रतिशत कम

The demand for leased office space increased by 2 percent in 2021

रिपोर्ट के अनुसार पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग वर्ष 2020 में 2.56 करोड़ वर्गफुट तथा 2019 में 4.78 करोड़ वर्गफुट थी। यह बढ़कर 2.61 करोड़ वर्गफुट हो गयी है। जेएलएल इंडिया ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान कार्यालय के लिये जगह पट्टे पर लेने के मामले में 37 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई

नयी दिल्ली। देश के सात प्रमुख शहरों में वर्ष 2021 के दौरान दफ्तर के लिये जगह पट्टे पर लेने के मामले में दो प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली कंपनी जेएलएल इंडिया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि 2021 में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग कोरोना वायरस महामारी से पहले की तुलना में 45 प्रतिशत कम है। रिपोर्ट के अनुसार पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग वर्ष 2020 में 2.56 करोड़ वर्गफुट तथा 2019 में 4.78 करोड़ वर्गफुट थी। यह बढ़कर 2.61 करोड़ वर्गफुट हो गयी है।

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जेएलएल इंडिया ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान कार्यालय के लिये जगह पट्टे पर लेने के मामले में 37 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह बढ़कर 1.15 करोड़ वर्गफुट पर पहुंच गई है। यह आंकड़ा पिछली आठ तिमाहियों में सबसे अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी कंपनियों का पट्टे पर कार्यस्थल देने की गतिविधियों में सबसे अधिक 39 प्रतिशत का हिस्सा रहा। इसके बाद विनिर्माण उद्योग का 15.4 और लचीले उद्योग का 11 प्रतिशत हिस्सा रहा। वार्षिक आंकड़ों के अनुसार 2021 के दौरान बेंगलूरू में कार्यालय स्थल की मांग 14 प्रतिशत बढ़कर 78.2 लाख वर्ग फुट हो गई, जो वर्ष 2020 में 68.3 लाख वर्ग फुट थी।

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दिल्ली-एनसीआर बाजार में दफ्तर के लिए जगह की मांग 44 प्रतिशत बढ़कर 47.2 लाख वर्गफुट पर पहुंच गई। यह वर्ष 2020 में 32.7 लाख वर्गफुट थी। वही चेन्नई में कार्यस्थल की मांग पिछले वर्ष दस प्रतिशत घटकर 20.3 लाख वर्गफुट रह गई जबकि वर्ष 2020 में यह मांग 22.7 वर्गफुट थी। हैदराबाद में भी कार्यालय के लिए जगह की मांग 36 फीसदी गिरकर 41.4 लाख वर्गफुट पर आ गई। इसके अलावा मुंबई में भी किराये पर कार्यालय के लिए जगह देने की गतिविधियां दस प्रतिशत की गिरावट लेकर 37 लाख वर्गफुट पर रह गई। वर्ष 2020 में यह मांग 41.1 लाख वर्गफुट थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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