अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे चढ़कर 76.25 पर बंद हुआ

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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे चढ़कर 76.25 पर बंद हुआ।मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के विदेशी मु्द्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने बताया कि रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तेजी के साथ खुला, लेकिन आरबीआई गवर्नर की टिप्पणी के बाद इसमें थोड़ी गिरावट आई।

मुंबई।भारतीय रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 21 पैसे चढ़कर 76.25 के स्तर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से रुपये को मजबूती मिली। मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि बाजार को उम्मीद हैकि कोरोना वायरस महामारी के चलते केंद्रीय बैंक कुछ और नए राहत उपायों की घोषणा करेगा, जिसके चलते बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया बढ़त के साथ 76.14पर खुला औरकारोबार के दौरान 76.05 के उच्च स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, घरेलू मु्द्रा ने इसमें से कुछबढ़त गवां दी और अंत में प्रति डालर 76.25 के स्तर पर कारोबार बंद हुआ। इस तरह रुपये ने अपने पिछले बंद के मुकाबले 21 पैसे की वृद्धि दर्ज की।

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शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.46 पर बंद हुआ था। प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में 416 अंकों या 1.33 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। रिजर्व बैंक के म्यूचुअल फंडों को राहत पैकेज देने और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के चलते शेयर बाजार में तेजी रही। एनएसई निफ्टी 127.90 अंक या 1.40 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमण के मामले 29.91 लाख से अधिक हो गए हैं, जबकि भारत में अब तक 27,800 से अधिक मामले सामने आए हैं। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस और मु्द्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि इस सप्ताह के अंत में फेडरल रिजर्व और यूरोपीय सेंट्रल बैंक की बैठक होने वाली है, जिसके चलते पूरे सप्ताह रुपये में उतार चढ़ाव बना रहेगा।

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मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के विदेशी मु्द्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने बताया कि रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तेजी के साथ खुला, लेकिन आरबीआई गवर्नर की टिप्पणी के बाद इसमें थोड़ी गिरावट आई। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि हो सकता है कि कोविड-19 महामारी के चलते सरकार इस साल 3.5 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे का लक्ष्य हासिल न कर सके। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह कारोबारियों की राजकोषीय घाटे के आंकड़े पर नजर रहेगी और रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार करेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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