Hindenburg के दावों में है सच्चाई, SEBI चीफ ने किया कबूल, जानें क्या क्या लगे है आरोप
मार्केट रेग्युलेटर सेबी चीफ मधबी पुरी बुच को लेकर रिपोर्ट आई है। हिंडेनबर्ग के इस आरोप पर सेबी चीफ ने भी जवाब दिया है। बुच ने।जो जवाब दिया है उससे साफ है कि वो लगाए गए आरोपों को कुछ हद तक स्वीकार रही है। बरमूडा में निवेश की पुष्टि भी की गई है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने शनिवार को ही अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिससे देश में फिर भूचाल मैच गया है। पिछले साल अडानी पर कई आरोप लगाने वाली रिपोर्ट ने इस बार सेबी चीफ पर कई संगीन आरोप लगाए है। मार्केट रेग्युलेटर सेबी चीफ मधबी पुरी बुच को लेकर रिपोर्ट आई है। हिंडेनबर्ग के इस आरोप पर सेबी चीफ ने भी जवाब दिया है। बुच ने।जो जवाब दिया है उससे साफ है कि वो लगाए गए आरोपों को कुछ हद तक स्वीकार रही है। बरमूडा में निवेश की पुष्टि भी की गई है।
सेबी ने भी दिया बयान
रिपोर्ट आने के बाद सेबी ने बयान दिया था कि फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट से हमें कोई परेशानी नहीं है। सेबी ने अपनी पहली टिप्पणी में रविवार को कहा कि उसने अदाणी समूह के खिलाफ सभी आरोपों की विधिवत जांच की है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बयान में कहा कि उसकी चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने समय-समय पर संबंधित जानकारी दी और संभावित हितों के टकराव से जुड़े मामलों से खुद को अलग रखा। नियामक ने कहा कि उसने अदाणी के खिलाफ हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों की विधिवत जांच की है। उसकी 26 पहलुओं में से सिर्फ एक पहलू की जांच बची है और वह भी पूरी होने वाली है। नियामक ने कहा कि उसने अपनी जांच के तहत जानकारी मांगने के लिए 100 से अधिक समन, करीब 1,100 पत्र और ईमेल जारी किए हैं। करीब 12,000 पन्नों वाले 300 से अधिक दस्तावेजों की जांच की गई है।
सेबी प्रमुख ने खारिज किए दावे
वहीं सेबी प्रमुख और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है। बुच दंपति ने कहा, ‘‘रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह से आधारहीन और बेबुनियाद हैं। इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। हमारा जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब की तरह है। सभी जरूरी खुलासे पहले ही वर्षों से सेबी को दिये जा चुके हैं। हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेज का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।’’ बुच ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ सेबी ने प्रवर्तन कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है, उसी के जवाब में हमें ही घेरने और चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया है।’’
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