क्या आपको भी होती है ऑनलाईन शॉपिंग करने में परेशानी तो फैस्टिव सीजन में इस्तेमाल करे ये 4 ऐप्स

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[email protected] । Oct 3 2019 3:32PM

ई-कॉमर्स इन उत्सवों में बिक्री के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ने को बेताब है तो वहीं नई-नई डील्स के साथ बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने की तैयारी कर रहा है। वहीं, व्यवसाय इस महत्वपूर्ण समय पर एक स्मूथ फुलफिलमेंट प्रोसेस की तैयारी कर रहे हैं।

दिल्ली। त्योहारी सीजन सिर पर है और अनुभवी व पहली बार वाले खरीदार अपने दोस्तों व परिवार के लिए उपहारों की विशलिस्ट तैयार करने में व्यस्त हैं। ई-कॉमर्स इन उत्सवों में बिक्री के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ने को बेताब है तो वहीं नई-नई डील्स के साथ बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने की तैयारी कर रहा है। वहीं, व्यवसाय इस महत्वपूर्ण समय पर एक स्मूथ फुलफिलमेंट प्रोसेस की तैयारी कर रहे हैं।

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डिजिटलीकरण ने हमारे शहरों और कस्बों में प्रवेश कर लिया है, विशेष रूप से एसएमई क्षेत्र में मोबाइल-फर्स्ट विक्रेताओं और खरीदारों ने एक नए बाजार के दरवाजे खोल दिए हैं। त्यौहारी सीज़न व्यवसायों के लिए अपने व्यवसाय को विस्तार देने का अवसर है, वहीं उद्योग के दिग्गजों और ब्रांड्स के विपरीत एसएमई को सफलता के मार्ग पर कई आंतरिक और बाहरी बाधाओं से उबरना पड़ता है। पूंजी, इन्वेंट्री, मैनपावर, इन्फ्रास्ट्रक्चर, और लॉजिस्टिक्स से निपटने के कुछ ऑपरेशनल झंझट हैं और सफल व  पुरस्कृत उत्सव अवधि सुनिश्चित करने के लिए इनसे निपटना बेहद महत्वपूर्ण हैं।

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शिपरॉकेट, बिना किसी परेशानी के एंड-टू-एंड डिलीवरी के लिए: अपने नेटवर्क से 26000 से अधिक पिन कोड और 220 देशों को कवर करते हुए शिपरॉकेट हर ऑनलाइन विक्रेता के लिए बिना किसी परेशानी का शिपिंग सॉल्युशन पेश करने के लिए डेटा और एआई का उपयोग करके मौजूदा लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे को अनुकूलित करता है। प्लेटफार्म ने फेडएक्स, एरामैक्स और डेल्हीवरी जैसे 15 कूरियर पार्टनर्स के साथ साझेदारी की है।

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डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर सेलर्स के लिए ऐप का इस्तेमाल आसान है। यह डेली सीओडी रेमिटेंस, कोरियर रिकमेंडेशन इंजन, ट्रांजिट में खो जाने वाले शिपमेंट्स के लिए इंश्योरेंस कवर और कस्टमर्स के लिए पर्सनलाइज्ड पोस्ट शिप ट्रैकिंग जैसे फीचर्स यह देता है। विक्रेताओं के पास एक सिंगल प्लेटफ़ॉर्म से सभी ऑर्डर्स को प्रोसेस करने और शिपमेंट डेटा मैनुअल को मैनेज करने की परेशानी से बचने के लिए अपने शिपरॉकेट खाते के साथ अपने ई-कॉमर्स स्टोर को इंटिग्रेट करने का विकल्प भी है।

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खाताबुक (लेजर अकाउंड बुक)  आपके पारंपरिक बहीखाते को नई डिजिटल लेजर कैश बुक से बदल देगा। यह सभी तरह के व्यवसायों को अपने ग्राहकों के खातों का प्रबंध करने के लिए शत-प्रतिशत फ्री, सुरक्षित और संरक्षित है। पारंपरिक बहीखाते में यूजर्स को खुद ही घंटों बैठकर लेन-देन को दर्ज करना पड़ता था। उनका मिलान करना होता था। खाताबुक आपकी सभी अकाउंटिंग जरूरतों को पूरा करता है। इससे आपको उन कामों के लिए वक्त मिलेगा, जो आपको सबसे ज्यादा पसंद है। जब भी आपके ग्राहक के साथ कोई लेन-देन रिकॉर्ड होगा, उसे पेमेंट रिमाइंडर फीचर से एक ऑटोमेटिक एसएमएस जाएगा। इस फीचर की बदौलत हमारे यूजर्स को तेजी से भुगतान प्राप्त करने और अपने व्यवसाय में पारदर्शिता लाने में मदद मिली है। 

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इनक्रेड, आपको कर्ज दिलाने वालाः कस्टमर क्रेडिट व्यवसाय का एक अभिन्न अंग है। इसकी जरूरत आपको व्यवसाय में पड़ सकती है। त्योहार के करीब आने से पहले आपको इन्वेंट्री को रिस्टोर करने की जरूरत होगी। इनक्रेड भारत के डिजिटल लोन देने वाले अग्रणी प्लेटफ़ॉर्म में से एक है, जो आपकी मदद कर सकता है। प्लेटफ़ॉर्म कोलेटरल-फ्री वर्किंग कैपिटल लोन (12 महीने तक के लोन ड्यूरेशन के साथ), कॉमर्शियल लोन (36 महीने तक), और चैनल फाइनेंस (आपके वितरकों और विक्रेताओं को फंडिंग के लिए) प्रदान करता है। इनक्रेड के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह कम-ब्याज दर पर क्रेडिट प्रदान करता है और उसको बढ़ाने में बहुत ही व्यक्तिगत दृष्टिकोण का अनुसरण करता है।

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मीशो- यह छोटे व्यवसायों और आम लोगों को व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से अपने ऑनलाइन स्टोर शुरू करने में सक्षम बनाता है। मीशो भारतीय मूल का एक सोशल कॉमर्स प्लेटफार्म है जिसकी स्थापना दिसंबर 2015 में आईआईटी दिल्ली के ग्रेजुएट्स विदित आत्रे और संजीव बर्नवाल ने की थी। यह छोटे व्यवसायों और व्यक्तियों को व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल चैनल्स के माध्यम से अपने ऑनलाइन स्टोर शुरू करने में सक्षम बनाता है। मीशो का मुख्यालय बेंगलुरु, भारत में है और यह 2016 में वाई कॉम्बिनेटर के लिए चयनित होने वाली तीन भारतीय कंपनियों में से एक था। यह गूगल लॉन्चपैड- सॉल्व फॉर इंडिया प्रोग्राम के पहले बैच का हिस्सा रहा है। 

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