शेयर बाजारों में तीन दिन से जारी तेजी पर लगा विराम, सेंसेक्स 194 अंक टूटा

today-sensex-and-nifty-rate-12-june

कारोबारियों के अनुसार निवेशक मुद्रास्फीति और औद्योगिक वृद्धि के आंकड़े जारी होने पहले सतर्क दिखे। कारोबार के दौरान 300 अंक से अधिक की गिरावट के बाद बीएसई सेंसेक्स कुछ संभला और अंत में 193.65 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,756.81 पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह नीचे में 39,623.53 तथा ऊंचे में 39,982.10 अंक तक गया।

मुंबई। शेयर बाजारों में तीन दिनों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया और घरेलू शेयर बाजार बीएसई सेंसेक्स 194 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर बिकवाली के बीच बैंकों तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में नुकसान के साथ शेयर बाजार में गिरावट आयी। कारोबारियों के अनुसार निवेशक मुद्रास्फीति और औद्योगिक वृद्धि के आंकड़े जारी होने पहले सतर्क दिखे।

इसे भी पढ़ें: सेंसेक्स 169 अंक चढ़ा, निफ्टी भी 11,900 अंक के स्तर पर पहुंचा

कारोबार के दौरान 300 अंक से अधिक की गिरावट के बाद बीएसई सेंसेक्स कुछ संभला और अंत में 193.65 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,756.81 पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह नीचे में 39,623.53 तथा ऊंचे में 39,982.10 अंक तक गया।

इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 59.40 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,906.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक नीचे में 11,866.35 तथा ऊंचे में 11,962.45 तक गया। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में येस बैंक रहा। रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा निजी बैंक की साख को समीक्षा के लिये विचारार्थ रखे जाने की खबर से उसका शेयर 3.34 प्रतिशत नीचे आया।ऐसी आशंका है कि बैंक की साख घटायी जा सकती है। नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में मारुति, कोटक बैंक, हीरो मोटो कार्प, बजाज आटो, इंडसइंड बैंक तथा बजाज फाइनेंस शामिल हैं। इनमें 1.79 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।

इसे भी पढ़ें: बाजार में व्यापक स्तर पर नरमी से 6 कंपनियों में आई गिरावट

दूसरी तरफ टाटा स्टील, ओएनजीसी, वेदांता, सन फार्मा, टीसीएस, आरआईएल, एचयूएल तथा आईटीसी में 2.60 प्रतिशत तक की तेजी आयी। विशेषज्ञों के अनुसार वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख से बाजार का माहौल ठंडा रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उनकी चीन के साथ तबतक व्यापार सौदे में रूचि नहीं है जबतक वह चार-पांच बड़े बिंदुओं पर सहमत नहीं हो जाता। इस बयान से वैश्विक रुख पर असर पड़ा।

सैंकटम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा, ‘‘व्यापार युद्ध के समाधान की उम्मीद धूमिल हुई है और वैश्विक शेयर बाजारों की तरह घरेलू बाजारों में बिकवाली दबाव रहा। दुनिया के बाजारों में विकसित अर्थव्यवस्थाओं में नरमी या मंदी को लेकर चिंता बढ़ रही है। बांड पर रिटर्न कम होने तथा कच्चे तेल के दाम में गिरावट चिंता को प्रतिबिंबित करती है। उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर यह महत्वपूर्ण होगा कि आगामी बजट में वृद्धि को पटरी पर लाने के लिये निवेशकों की चिंता दूर की जाए।

इसे भी पढ़ें: औद्योगिक उत्पादन, मुद्रास्फीति, वैश्विक रुख से तय होगी बाजार की चाल: विश्लेषक

इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 95.79 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.56 प्रतिशत, हैंग सेंग 1.73 प्रतिशत, निक्की 0.35 प्रतिशत तथा कोस्पी 0.14 प्रतिशत टूटे।शुरूआती कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़