नयी ई-कॉमर्स नीति प्रतिगामी कदम, उपभोक्ताओं को होगा नुकसान: USISPF
मंच ने कहा कि छोटी छोटी बातों को लेकर कारोबार का प्रबंधन करना सरकार का काम नहीं है। उसने आरोप लगाया कि संशोधन की घोषणा बिना परामर्श के ही कर दी गयी।
नयी दिल्ली। अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने ई-कॉमर्स नीति के नये नियमों को प्रतिगामी कदम बताते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को नुकसान होगा। मंच ने कहा कि इससे अनिश्चितता को बढ़ावा मिलेगा और देश में ऑनलाइन खुदरा कारोबार की वृद्धि प्रभावित होगी।
मंच ने कहा कि छोटी छोटी बातों को लेकर कारोबार का प्रबंधन करना सरकार का काम नहीं है। उसने आरोप लगाया कि संशोधन की घोषणा बिना परामर्श के ही कर दी गयी। यह एक तरह से खेल के बीच में ही नियमों को बदलने के समान है।
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मंच के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने कहा, ‘‘ई-कॉमर्स में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नीति में संशोधन कदम पीछे खींचने वाला है। इससे उपभोक्ताओं को नुकसान होगा। कारोबार का सूक्षमता के साथ प्रबंधन करना सरकार का काम नहीं है।’’
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New e-commerce rules regressive, will harm #consumers: USISPF https://t.co/V7zhXjqPQg pic.twitter.com/dLuUGKHxNG
— Jenkers News (ENG) (@jenkers_en) December 28, 2018
उन्होंने कहा कि ताजा संशोधन भारतीय विनिर्माताओं और विक्रेताओं को वैश्विक आनलाइन मार्किटप्लेस पर प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने से रोकता है। उन्होंने कहा कि इससे नीति निर्माण में पारदर्शिता की कमी झलकती है और अनिश्चितता बढ़ती है।
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