5G तकनीक का स्वागत, जानना चाहती हूं कि सभी के लिये सुरक्षित है या नहीं: जूही चावला

Juhi Chawla

चावला ने देश में 5जी वायरस नेटवर्क स्थापित किये जाने के खिलाफ 31 मई को दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था और लोगों, जानवरों और वनस्पति तथा जीवों पर रेडिएशन से पड़ने वाले प्रभाव से संबंधित मुद्दे उठाए थे।

मुंबई। अभिनेत्री जूही चावला ने 5जी वायरलेस नेटवर्क टेक्नोलॉजी को चुनौती देने वाली अपनी याचिका खारिज होने के कुछ दिन बाद बुधवार को कहा कि उनका संदेश शोर में कहीं गुम हो गया। चावला ने देश में 5जी वायरस नेटवर्क स्थापित किये जाने के खिलाफ 31 मई को दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था और लोगों, जानवरों और वनस्पति तथा जीवों पर रेडिएशन से पड़ने वाले प्रभाव से संबंधित मुद्दे उठाए थे।

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दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह चावला और सह याचिकाकर्ताओं सामाजिक कार्यकर्ता वीरेश मलिक और टीना वचानी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाते हुए याचिका को 'दोषपूर्ण' व 'कानूनी प्रक्रिया के विरुद्ध' करार दिया था। साथ ही अदालत ने कहा था कि याचिका 'चर्चा में आने' के लिये दाखिल की गई। चावला (53) ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि उनका मकसद यह जानना था कि 5जी तकनीक सभी के लिये सुरक्षित है कि नहीं।

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अभिनेत्री ने वीडियो संदेश में कहा, 'बीते कुछ दिनों में बहुत शोर मचा, जिसके चलते मैं बात नहीं रख सकी। इस शोर में, मुझे लगा कि मेरा एक महत्वपूर्ण संदेश गुम हो गया है कि हम 5जी के खिलाफ नहीं हैं। हम इसका स्वागत करते हैं। इसे लाइये। हम सब बस यही कह रहे हैं कि अधिकारियों को स्पष्ट करना चाहिये कि 5जी सुरक्षित है।'

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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