अदर पूनावाला ने कहा, पारसी समुदाय के लिए उपलब्ध होंगी कोविड-19 टीके की पर्याप्त खुराक

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एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदर पूनावाला ने कहा कि पारसी समुदाय के लिए कोविड-19 टीके की पर्याप्त खुराक उपलब्ध होंगी।हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि समुदाय के लिए कितनी खुराक रखी जाएंगी। मारी सिर्फ एक दिन की उत्पादन क्षमता धरती पर रहने वाले प्रत्येक पारसियों के लिए पर्याप्त होगी।’’

पुणे। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और आस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किए जा रहे कोविड-19 टीके की स्थानीय विनिर्माता सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदर पूनावाला ने कहा है कि इस टीके की पर्याप्त खुराक पारसी समुदाय के लिए रखी जाएंगी। पूनावाला ने फिल्म विनिर्माता रोनी स्क्रूवाला के एक ट्वीट के जवाब में यह बात कही। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि समुदाय के लिए कितनी खुराक रखी जाएंगी। गौरतलब है कि पारसी समुदाय की आबादी घट रही है। एसआईआई के प्रवक्ता से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि यह दो पारसियों के बीच महज एक ‘‘अनौपचारिक और दोस्ताना बातचीत’’ थी और जब वैक्सीन बनेगी तो ‘‘यह सभी को मिलेगी।’’ स्क्रूवाला और पूनावाला, दोनों पारसी समुदाय के हैं, जो देश का समृद्ध समुदाय है, पर उसकी आबादी कम हो रही है। रोनी स्क्रूवाला के ट्वीट के जवाब में रविवार को पूनावाला ने कहा, ‘‘हां, रोनी स्कू्वाला, हम समुदाय (पारसी) के लिये काफी ज्यादा रखेंगे। हमारी सिर्फ एक दिन की उत्पादन क्षमता धरती पर रहने वाले प्रत्येक पारसियों के लिए पर्याप्त होगी।’’

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स्क्रूवाला ने अपने ट्वीट में पूनावाला को टैग करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था, ‘‘चूंकि पारसी तेजी से विलुप्त होने की ओर बढ़ रहे हैं (हालांकि, पारसियों की औसत उम्र कुछ और कहती है), एक लॉबी है, जो चाहती है कि जैसे ही टीका आए, विलुप्त होने वाले समुदायों को बचाने के लिए उन्हें विशेष कोटा मिलना चाहिए... और यह हो भी क्यों न, जब एक पारसी इस मामले में सबसे आगे खड़ा है।’’ एसआईआई के प्रवक्ता को ई-मेल से भेजे गये एक सवाल में पूछा गया कि समुदाय के लिये कितने टीके आरक्षित रखे जाएंगे? जवाब में कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह दो पारसियों के बीच दोस्ताना तौर पर अनौपचारिक बातचीत थी।

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टीका तैयार होने पर हर किसी को इसका लाभ मिलेगा। इसके बारे में बातचीत करना अभी जल्दबाजी है।’’ भारत में बड़े पैमाने पर टीके का उत्पादन शुरू होने के बाद उसके वितरण की रणनीति के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि ‘‘टीके का परीक्षण सफल रहने के बाद इसे सरकार के स्तर पर खरीदा और वितरित किया जायेगा। लोगों को इसे सीधे खरीदने की जरूरत नहीं होगी।’’ पूनावाला ने पिछले सप्ताह कहा था कि परीक्षण की सफलता के बाद कंपनी ने इस साल के अंत तक 30 से 40 करोड़ खुराक तैयार करने का लक्ष्य रखा है। आस्ट्राजेनेका के साथ हुए समझौते के तहत एसआईआई भारत और करीब 70 निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के लिये एक अरब खुराक का विनिर्माण कर सकती है।

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