कार्टोग्राफर बनिये, अच्छा पैसा भी मिलेगा और तरक्की भी

Become a cartographer, get good money

जब आपको कहीं पर भी जाना होता है तो आप सबसे पहले मैप की मदद लेते हैं। इससे आपको न सिर्फ रास्ता समझने में आसानी होती है, बल्कि आप अपने गंतव्य पर भी बेहद आसानी से पहुंच जाते हैं।

जब आपको कहीं पर भी जाना होता है तो आप सबसे पहले मैप की मदद लेते हैं। इससे आपको न सिर्फ रास्ता समझने में आसानी होती है, बल्कि आप अपने गंतव्य पर भी बेहद आसानी से पहुंच जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन मैप को वास्तव में तैयार करने की जिम्मेदारी किसकी होती है। दरअसल, इन्हें करने का काम कार्टोग्राफर का होता है। वे आपको पूरे विश्व की सटीक जानकारी देने का काम करते हैं। अगर आपकी रूचि भी भूगोल में है तो आप बतौर कार्टोग्राफर अपना एक उज्ज्वल भविष्य देख सकते हैं−

कार्यक्षेत्र 

एक कार्टोग्राफर का मुख्य काम साइंटिफिक, टेक्नोलॉजिकल और आर्टिस्टिक तरीके से मैप तैयार करना होता है। उनका कार्यक्षेत्र काफी विस्तृत होता है, लेकिन वे अपने क्लाइंट की डिमांड के अनुसार ही दुर्गम रास्तों का रोड मैप तैयार करते हैं। एक कार्टोग्राफर सबसे पहले आंकड़ों को इकट्ठा करके उनका विश्लेषण और व्याख्या करता है। इन आंकड़ों में अक्षांश, रेखांश, ऊँचाई व दूरी के साथ−साथ जनसंख्या घनत्व, वार्षिकी वर्षा स्तर, भूमि उपयोग के पैटर्न आदि को भी शामिल किया जाता है। पहले के समय में कार्टोग्राफर अपना अधिकतर समय फील्ड पर बिताकर आवश्यक जानकारी प्राप्त करते थे और उसके बाद मैपिंग करते थे लेकिन आजकल टेक्नोलॉजी का जमाना है, इसलिए अब उनका काम केवल ग्राफिक ही नहीं रह गया है, बल्कि वे कंप्यूटर की मदद से भी डिजिटल मैपिंग करते हैं। 

स्किल्स की जरूरत

जो छात्र इस क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाएं तलाश रहे हैं, उन्हें सबसे पहले अपने स्किल्स को एन्हॉन्स करना होता है। इस क्षेत्र में कदम रखने से पहले आपको ज्योग्राफी और एनवॉयरमेंट की बेसिक जानकारी होनी बेहद आवश्यक है। इस क्षेत्र में केवल वही छात्र सफल हो सकते हैं, जिन्हें कंप्यूटर की जानकारी के साथ−साथ ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम और डिजिटल मैपिंग की जानकारी हो। यह क्षेत्र देखने में भले ही आकर्षक लगता हो लेकिन वास्तव में इसमें काफी मेहनत की आवश्यकता होती है। साथ ही साथ चूंकि आपको ऐसा मैप तैयार करना होता है, जिसे हर कोई बेहद आसानी से समझ सके, इसलिए आपमें डिजाइनिंग सेंस के साथ−साथ विजुअलाइजेशन का गुण और मैपिंग की बारीकियों के बारे में भी पता होना चाहिए। अगर आप अपने काम के प्रति समर्पित, मेहनती और धैर्यवान नहीं हैं तो आपके लिए लंबे समय तक इस क्षेत्र में काम कर पाना काफी मुश्किल है।

योग्यता 

इस क्षेत्र में अपना भविष्य देखने वाले छात्रों को सबसे पहले इससे संबंधित कोर्स करना होता है। इसके लिए आप कार्टोग्राफी में बैचलर डिग्री के अतिरिक्त ज्योग्राफी, जियोलॉजी, फिजिकल सांइस, अर्थ साइंस, इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद भी कार्टोग्राफी के क्षेत्र में कदम रख सकते हैं।

संभावनाओं की रूपरेखा

अगर आप इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स कर लेते हैं तो आपके पास संभावनाओं की कोई कमी नहीं है। वर्तमान समय में कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेकर स्टेट एंजेसींस, आर्किटेक्टस, यूटिलिटी कंपनियों आदि हर किसी को कार्टोग्राफर की आवश्यकता पड़ती है। इतना ही नहीं, अगर आप चाहें तो ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी से लेकर वेदर फोरकास्टिंग डिपार्टमेंट, मिलिट्री डिपार्टमेंट और पब्लिशिंग हाउसेज में भी नौकरी की तलाश कर सकते हैं। वहीं अगर आप चाहें तो बतौर फ्रीलासंर भी कई प्रोजेक्ट कर सकते हैं।

आमदनी

इस क्षेत्र में आपकी आमदनी आपके अनुभव और कार्य पर निर्भर करती है। वैसे भारत से अधिक विदेशों में कार्टोग्राफर की काफी डिमांड है। अगर आप विदेश में नौकरी करते हैं तो प्रतिमाह पांच से दस लाख रूपए आसानी से कमा सकते हैं। वहीं भारत में शुरूआती दौर में एक कार्टोग्राफर पन्द्रह से बीस हजार रूपए आसानी से कमा लेता है। इसके अतिरिक्त कुछ सालों के अनुभव के बाद प्रतिमाह पचास हजार से लेकर एक लाख रूपए भी बेहद आसानी से कमाए जा सकते हैं।

प्रमुख संस्थान

इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मुम्बई

आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापटनम

पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़

भारतीज वुमन कॉलेज, चेन्नई

ओसमानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद

इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ सर्वेइंग एंड मैपिंग, हैदराबाद

-वरूण क्वात्रा

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़