CBSE इस साल 11वीं में शामिल करेगा एक और नया सब्जेक्ट, जानें विषय की पूरी जानकारी
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' की सलाह पर ही सीबीएसई ने इस विषय को स्लैबस का हिस्सा बनाया है। एचआरडी मिनिस्टर पोखरियाल ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट करके ये जानकारी साझा की।
एक समय था जब शिक्षा का स्तर ये था कि 10वीं क्लास में भी काफी गिने-चुने बच्चें ही पास हुआ करते थे। पास वही होता था जो काफी पढ़ाकू हुआ करते था लेकिन वक्त से साथ-साथ शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन हुआ और अब क्लास में वहीं बच्चा फेल होता है जिसे वाकई पढ़ाई में बिलकुल भी दिलचस्पी नहीं होती। वक्त के साथ-साथ शिक्षा में कुछ अहम परिवर्तन किए गये हैं। इन परिवर्तनों के लिए समय-समय पर शिक्षकों द्वारा अपील की गई है। शायद आज ये उन्हीं अपील का परिणाम है कि आज बच्चों की शिक्षा प्रणाली में काफी साकारात्मक बदलाव किये गये हैं। सरकार धीरे-धीरे ही सही लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में सुधार कर रही है। पहले के मुकाबले अब राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था भी काफी सुधरी गई है।
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सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board)ने बच्चों को आज की जरूरत के हिसाब से पढ़ाई हो सकें इसके लिए 11वी क्लास में एक नया कोर्स एड किया है। इस कोर्स से बच्चों का तार्किक विकास किया जा सकता है। अगर बच्चों को ऐसी शिक्षा दी जाएगी तो ये उनके आने वाले भविष्य की परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी होगी। आइये आपको बताते हैं कि 11वी कक्षा में जो नये स्किल कोर्स एड किये हैं वह क्या है और उससे बच्चों को क्या फायदा होगा।
सीबीएसई 'डिजाइन-थिंकिंग', 'फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर' और 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' नाम से तीन नए विषयों की स्लैबस में डाला गया है। ये विषय सत्र 2020-2021 से कक्षा 11वीं को पढ़ाए जाएंगे। इस बात की जानकारी सीबीएसई ने अपने सोशल मीडिया पर एक नोटिस ट्वीट करके दी है।
कहा जा रहा है ये नये स्किल कोर्स को सिलेबस में इस लिए एड किया गया है ताकि नई पीढ़ी को अधिक रचनात्मक, इनोवेटिव और फिजिकली फिट बनाने के उद्देश्य से इसे शुरू किया जा रहा है। केवल थ्यौरी बढ़ने से ही बच्चों का विकास और उनके बेहतर भविष्य के रास्ते वहीं खोले जा सकते कुछ एक्ट्रा केरीकुलम स्टडी को कोर्स में एड करना जरूरी है ताकि बच्चों को आगे आने वाले परीक्षाओं के फॉरमेट का भी अंदाजा दिया जा सकें।
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मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' की सलाह पर ही सीबीएसई ने इस विषय को सिलेबस का हिस्सा बनाया है। एचआरडी मिनिस्टर पोखरियाल ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट करके ये जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में बुनियादी गणितीय और सांख्यिकीय उपकरणों और उनके अनुप्रयोगों की समझ विकसित करने में मदद करने के लिए, मैंने सीबीएसई को सलाह दी है कि वह इस शैक्षणिक वर्ष ग्यारहवीं कक्षा के लिए एक अकादमिक ऐच्छिक के रूप में (एप्लाइड गणित (241) शुरू करें।
To help students develop an understanding of basic mathematical & statistical tools & their applications in various field, I have advised CBSE to introduce ‘Applied Mathematics (241)’ as an Academic Elective for class XI this academic year. #IndiaFightsCorona#Lockdown21 pic.twitter.com/9gBtoWVug8
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 1, 2020
मैथ्मेटिक्स (041) और 'अप्लाइड मैथ्मेटिक्स' (241) किन बच्चों के लिए होगा
जिन बच्चे को आगे चलकर यूनिवर्सिटी लेवल पर मैथ्मेटिक्स/फिजिकल साइंसेज/इंजीनियरिंग पढ़ना चाहते हैं उनके लिए मैथ्मेटिक्स (041) काफी फायदेमंद होगा। इससे उनका आगे के भविष्य के लिए मदद मिलेगी। इसके अलावा 'अप्लाइड मैथ्मेटिक्स' (241) उन बच्चों के लिए होगा अच्छे प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं।
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