चुनाव आते ही जनता के दोनों हाथों में लड्डू!
अब नेताओं को लगने लगा है कि जनता को व्यक्तिगत फायदे चाहिए..तभी तो वो लैपटॉप से लेकर स्मार्ट फोन की बात कर रहे हैं। राजनीतिक दलों को पता है...पैसा जनता का है सो टेंशन की कोई बात नहीं। बस लुटा दो...।
पहले मुफ्त में लैपटॉप मिला अब स्मार्टफोन मिलेगा...गरीब महिलाओं को खाना बनाने के लिए प्रेशर कुकर वो भी फ्री। यूपी समेत 5 राज्यों में चुनाव आते ही राजनीतिक दलों ने जनता पर मुफ्त सौगातों की बरसात कर दी। 5 साल सत्ता में रहने के दौरान जनता को भले ही कुछ हासिल ना हो...लेकिन चुनाव आते ही रेवड़ियां बंटनी शुरू हो जाती हैं।
पिछली बार यूपी में लैपटॉप का लॉलीपॉप बांटने वाले अखिलेश इस बार भी जनता पर मेहरबान हैं। चुनावी घोषणा पत्र में समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आने पर मेधावी छात्रों को इस बार लैपटॉप के साथ फ्री में स्मार्ट फोन देने का भी वादा किया है। लखनऊ से लेकर नोएडा को चमकाने का दावा करने वाले अखिलेश को मालूम है कि अगर जनता को खुश करना है तो उन्हें चुनावी वादों की घूस देनी होगी। युवाओं को स्मार्ट फोन का लालच देने के बाद अखिलेश ने गरीब महिलाओं को मुफ्त में प्रेशर कुकर देने का भी ऐलान कर डाला। अखिलेश के पिटारे में यूपी की गरीब जनता को देने के लिए अभी और भी कुछ बचा था। समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में गरीबों को जहां मुफ्त में चावल-गेहूं देने की बात कही वहीं प्राथमिक स्कूल में कुपोषित बच्चों को मुफ्त में एक किलो घी और एक लीटर दूध पाउडर देने का भी ऐलान किया।
अखिलेश ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो रोडवेज की बसों में महिलाओं को किराए में आधी छूट मिलेगी और तो और 1 करोड़ लोगों को 1000 रुपए हर महीने पेंशन भी मिलेगी। अब जनाब जनता तो जनता ठहरी...अगर उसे मुफ्त में इतनी चीजें मिलें तो फिर उसका मन तो डोलेगा ही।
मतदाताओं पर डोरे डालने में कोई पीछे नहीं रहना चाहता...पंजाब में अकाली दल ने भी लगे हाथों लोकलुभावन वादों की झड़ी लगा दी। जिस दाल ने पिछले साल लोगों का दिवाला निकाला दिया था उन्हें अकाली दल ने सत्ता में आने पर 10 रुपए किलो दाल देने का वादा कर डाला....दाल ही नहीं अकाली दल ने अपने घोषणा पत्र में गरीबों को आटा, चावल और चीनी भी 10 रुपए किलो देने की बात कही। अकाली दल ने अखिलेश की तरह पंजाब में भी गरीबों को मुफ्त में प्रेशर कुकर और गैस कनेक्शन देने का वादा कर डाला। अकाली दल ने 25 रुपए किलो घी देने की बात कह राज्य के गरीब बच्चों को पहलवान बनाने का भी सपना दिखा दिया। 10वीं पास लड़की को मुफ्त में सिलाई मशीन, किसानों को रोजाना 10 घंटे फ्री बिजली, गरीब लड़कियों की शादी पर 51 हजार रुपये का शगुन...अब पंजाब की गरीब जनता को और क्या चाहिए?
घोषणा पत्र में जनता को लुभाने में आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं रही...आप ने चुनावी घोषणा पत्र में पंजाब में सत्ता में आने पर गरीबों को जहां 5 रुपए में खाना खिलाने का वादा किया वहीं दिल्ली की तर्ज पर 400 यूनिट तक बिजली बिल आधा करने का ऐलान किया।
आखिर हम कहां जा रहे हैं...इलाके में बेहतर सड़क हो या नहीं, गांव में अस्पताल हो या नहीं, बेरोजगारों को नौकरी हो या नहीं...ये सभी बातें पीछे रह गईं...अब नेताओं को लगने लगा है कि जनता को व्यक्तिगत फायदे चाहिए..तभी तो वो लैपटॉप से लेकर स्मार्ट फोन की बात कर रहे हैं।
वैसे चुनाव में रेवड़ियां बांटने का ये सिलसिला नया नहीं है...दक्षिण में मिक्सी से लेकर रंगीन टेलीविजन सेट बांटने की पुरानी परंपरा रही है और तमिलनाडु में जयललिता और करुणानिधि को इसका लाभ भी मिला। 1 रुपए में इडली और 5 रुपए में सांबर-चावल खिलाने वाली 'अम्मा कैंटीन' ने जयललिता को इतना लोकप्रिय बना दिया था कि उनकी दोबारा सत्ता में वापसी हो गई थी। साफ है अब जनता के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियां भी होशियार हो गई हैं...राजनीतिक दलों को पता है...पैसा जनता का है सो टेंशन की कोई बात नहीं। बस लुटा दो...
मनोज झा
अन्य न्यूज़