रोहित शर्मा तेरा जवाब नहीं...विवियन रिचर्ड्स की याद दिला दी
रिचर्ड्स जितनी आसानी से बड़े-बड़े गेंदबाजों को छक्का मारते थे उसे देखकर मन रोमांच से भर जाता था। दो दिन पहले जब मैंने रोहित शर्मा को मोहाली वनडे में दोहरा शतक बनाते देखा तो उन्होंने मुझे फिर से रिचर्डस की याद दिला दी।
सर विवियन रिचर्ड्स....80 के दशक में दुनिया के नामी गेंदबाज वेस्टइंडीज के इस महान बल्लेबाज के आगे गेंदबाजी करने से थर्राते थे। मैदान कैसा भी हो, हालात कैसे भी हों..टीम की हालत कैसी भी हो...रिचर्ड्स जब बल्लेबाजी करने उतरते थे तो बस बल्ले से कत्लेआम मचा देते थे। वैसे जब तक मैं क्रिकेट को सही से समझ पाता तब तक उनका कॅरियर खत्म होने के कगार पर था....लेकिन मुझे ब्लैक एंड व्हाइट टेलीवीजन पर चुइंगम चबाते वो विव रिचर्ड्स आज भी याद है जो गेंदबाजों की बखिया उधेड़ देते थे।
रिचर्ड्स जितनी आसानी से बड़े-बड़े गेंदबाजों को छक्का मारते थे उसे देखकर मन रोमांच से भर जाता था। दो दिन पहले जब मैंने रोहित शर्मा को मोहाली वनडे में दोहरा शतक बनाते देखा तो उन्होंने मुझे फिर से रिचर्डस की याद दिला दी। वनडे में जहां बड़े से बड़े बल्लेबाज डबल सेंचुरी बनाने के लिए तरसते हैं वहां रोहित एक नहीं तीन-तीन बार ये कारनामा कर चुके हैं। रोहित को बल्लेबाजी करते देखना अपने आप में एक सुखद अनुभव है। रोहित से पहले हमने किसी भारतीय को इस तरह मैदान में छक्के लगाते नहीं देखा...सामने गेंदबाज कोई भी हो...रोहित जिस खूबसूरती से गगनचुंबी छक्के लगाते हैं वो देखते ही बनता है।
मुझे लगता है रोहित के तीन-तीन बार दोहरा शतक लगाने के पीछे यही राज है....जरा मोहाली की पारी पर गौर कीजिए...रोहित ने पहला ओवर मेडन खेला और पहला सैकड़ा 115 गेंद पर पूरा किया...लेकिन उसके बाद उनके बल्ले ने आग उगलना शुरु कर दिया...आलय ये था कि उन्होंने अगले 107 रन सिर्फ 37 गेंद पर बना डाले। रोहित ने अपनी इस पारी में 12 छक्के जड़ दिए। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैंगलोर वनडे में जब अपना पहला दोहरा शतक ठोंका था तो उन्होंने उस पारी में 16 छक्के लगाए थे जो आज भी रिकॉर्ड है। रोहित किस अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं इसका पता इसी से चलता है कि अब वो छक्कों के मामले में सिर्फ धोनी से ही पीछे हैं। धोनी 119 छक्के लगाकर पहले नंबर पर हैं और रोहित 72 छक्कों के साथ दूसरे पायदान पर...रोहित के बाद 71 छक्कों के साथ सचिन तीसरे नंबर पर हैं। हमें ये बताने की जरूरत नहीं कि धोनी और सचिन रोहित के मुकाबले कितने ज्यादा मैच खेले हैं।
सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या खास है रोहित में...दिग्गज क्रिकेटरों की माने तो उनके पास गजब की टाइमिंग है...शॉट खेलने का पूरा वक्त और इनिंग को पेस करने की काबिलियत। खुद विराट कोहली कई मौकों पर कह चुके है कि वो रोहित के बैटिंग के फैन हैं। अभी हाल ही में एक इंटरव्यू में विराट ने उन्हें खुद से कहीं ज्यादा खतरनाक बल्लेबाज बताया था। रोहित की बल्लेबाजी का हर कोई कायल है। इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक पूरा करने पर मुंबई में अपने सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में जब अभिनेता सलमान ने सचिन से पूछा कि उनका रिकॉर्ड तो अब टूटने वाला नहीं....इस पर सचिन ने कहा था..यहां हॉल में दो लोग बैठे हैं जिनमें ये काबिलियत है..सचिन ने तब विराट के साथ रोहित शर्मा का ही नाम लिया था।
रोहित इस साल वनडे में 6 शतक जमाकर सहवाग को पीछे छोड़ चुके हैं। अब शतकों के मामले में वो सिर्फ सचिन, विराट और गांगुली से ही पीछे हैं। रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं लेकिन बेहतरीन खिलाड़ी वही होता है जो अपने खेल से दर्शकों का दिल जीत ले। मुझे लगता है रोहित शर्मा में यही सबसे बड़ी खूबी है...छक्का तो हर बल्लेबाज लगाता है लेकिन जिस दर्शनीय अंदाज में रोहित मारते हैं वैसा कोई नहीं मारता। मेरे लिए रोहित शर्मा आज के दौर का विवियन रिचर्ड्स है...जो जब चाहे किसी गेंदबाज को उसकी औकात बता सकते हैं। मुझे पक्का यकीन है कि अगर वनडे में कोई खिलाड़ी तिहरा शतक लगाने की क्षमता रखता है तो वो सिर्फ और सिर्फ रोहित शर्मा है। मुझे उस दिन का इंतजार रहेगा जब ये खिलाड़ी मैदान पर ये कारनामा कर दिखाएगा।
-मनोज झा
(लेखक एक टीवी चैनल में वरिष्ठ पत्रकार हैं।)
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