मुझे हमेशा से उम्मीद थी कि मुकेश बड़े मैचों के लिए बना है: कोच सुरेन्द्र भावे

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महाराष्ट्र और पश्चिम क्षेत्र के लिए प्रथम श्रेणी में लगभग 8000 रन बनाने वाले भावे ने कहा, ‘‘मुकेश कुछ अकादमियों में जाने के बाद मेरी अकादमी में आया था। किसी ने उसे सलाह दी थी कि अगर वह बेहतर कोचिंग चाहता है तो उसे हमारी अकादमी से जुड़ना चाहिये। ’’

मुंबई| लगभग 16 साल की उम्र में मुकेश चौधरी ने जब भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता सुरेन्द्र भावे की अकादमी में पहली बार गेंदबाजी की थी तभी उन्होंने अंदाजा लगा लिया था कि यह गेंदबाज खेल के मैदान में लंबा सफर तय करेगा। 

लगभग आठ साल के बाद 25 बरस की उम्र में चौधरी ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग के सात मैचों में सात विकेट लेकर उन्हें सही साबित किया। इस दौरान मुंबई इंडियन्स के खिलाफ उन्होंने 19 रन देकर तीन विकेट लिये और टीम की जीत में अहम योगदान देने के साथ मैन ऑफ द मैच चुने गये।

प्रथम श्रेणी के पूर्व खिलाड़ी और पंजाब रणजी टीम के मौजूदा कोच भावे ने कहा, ‘‘ जब मैंने अपनी अकादमी में उसे पहली बार देखा था तभी मैंने अपने कोच राजेश माहूरकर से कहा कि इस खिलाड़ी में मुझे प्रथम श्रेणी का क्रिकेटर नजर आ रहा है।  वे (अकादमी के कोच) अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहे है कि मैंने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो गई।’’

भावे ने उस समय को याद किया जब युवा चौधरी एक-दो अकादमियों से निराशा मिलने के बाद उनके पास आए थे। महाराष्ट्र और पश्चिम क्षेत्र के लिए प्रथम श्रेणी में लगभग 8000 रन बनाने वाले भावे ने कहा, ‘‘मुकेश कुछ अकादमियों में जाने के बाद मेरी अकादमी में आया था। किसी ने उसे सलाह दी थी कि अगर वह बेहतर कोचिंग चाहता है तो उसे हमारी अकादमी से जुड़ना चाहिये। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ उसका गेंदबाजी एक्शन नैसर्गिक और बेहतरीन था , जिसमें हमने और सुधार किया। उसका शरीर तेज गेंदबाजी के उपयुक्त है। उसने हमारे साथ नियमित तौर पर अभ्यास किया’’ उन्होंने कहा, ‘जब मुझे लगा कि वह अच्छा कर रहा है और उसे एक मंच की जरूरत है, तब मैंने डेक्कन जिमखाना क्लब के अधिकारियों से बात की और उन्हें बताया कि मेरे पास एक बाएं हाथ का तेज गेंदबाज है। फिर डेक्कन जिमखाना ने उसे अपने साथ जोड़ा।’’ डेक्कन जिमखाना पुणे के सबसे पुराने क्लबों में से एक है और इसने राज्य के कई  सफल क्रिकेटर दिये है। भावे इस बात से खुश हैं कि कुछ खराब मैचों के बाद भी चेन्नई ने चौधरी को टीम में बनाये रखा।

इसका परिणाम मुंबई इंडियन्स के खिलाफ मैच में दिखा जहां उन्होंने शुरुआती ओवर में ही रोहित शर्मा और ईशान किशन को आउट किया। डेक्कन जिमखाना में उनके कोच निखिल दीक्षित ने कहा कि यह तेज गेंदबाज आमंत्रण टूर्नामेंट में आसानी से विकेट ले रहा था और इससे उसके लिए आगे मार्ग प्रशस्त हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘मुकेश आमंत्रण मैचों के दौरान आसानी से विकेट ले रहा था। उसने लगातार अच्छे प्रदर्शन से अंडर -23 और फिर महाराष्ट्र रणजी टीम में जगह बनायी। वह चेन्नई के लिए नेट गेंदबाज भी था, जिससे उसे टीम में जगह बनाने में मदद मिली।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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