IPL ने बना दी इन खिलाड़ियों की जिंदगी, आज बरस रहे हैं करोड़ों रुपये

IPL has made the lives of these players
मोक्ष । Mar 26 2018 5:05PM

इंडियन प्रीमियर लीग सिर्फ रोमांच से भरी लीग नहीं है बल्कि ये वो खान है जहां से टीम इंडिया को बेश्कीमती हीरे मिले हैं। वो इंडियन प्रीमियर लीग ही है जिसने भारतीय टीम को एक से बढ़कर एक बल्लेबाज और गेंदबाज दिए हैं।

इंडियन प्रीमियर लीग सिर्फ रोमांच से भरी लीग नहीं है बल्कि ये वो खान है जहां से टीम इंडिया को बेश्कीमती हीरे मिले हैं। वो इंडियन प्रीमियर लीग ही है जिसने भारतीय टीम को एक से बढ़कर एक बल्लेबाज और गेंदबाज दिए हैं। ये खिलाड़ी आईपीएल में खेले ही नहीं बल्कि उन्होंने ऐसी बारीकियां सीखीं जिसके दम पर आज वो वर्ल्ड क्रिकेट पर राज कर रहे हैं। आइए डालते हैं कुछ ऐसे खिलाड़ियों पर नजर जो पहले तो एक आम खिलाड़ी थे लेकिन आईपीएल में खेलने के बाद वो सुपरस्टार बन गए।


1. विराट कोहली- साल 2008 में मलेशिया में हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत को चैंपियन बनाकर भले ही विराट कोहली सुर्खियों में आ गए थे लेकिन उनकी किस्मत बदली आईपीएल में एंट्री के बाद। विराट कोहली को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 30 हजार डॉलर में खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया। उनका पहला सीजन बेहद ही खराब रहा और वो 12 पारियों में 15 के औसत से सिर्फ 165 रन बना सके। हालांकि आईपीएल में उनके टैलेंट को टीम इंडिया चयनकर्ताओं ने पहचान लिया और उन्हें श्रीलंका में खेली जा रही वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुन लिया गया। इसके बाद विराट कोहली ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। विराट कोहली को कप्तानी का असल अनुभव आईपीएस से ही मिला। साल 2013 में वो डेनियल विटोरी के रिटायरमेंट के बाद कप्तान बने और आज वो टीम इंडिया के सबसे अच्छे कप्तानों में गिने जाते हैं। विराट कोहली को शतक लगाने का फॉर्मूला, आक्रामक शॉट्स और मजबूत डिफेंस की तकनीक भी आईपीएल में ही सीखने को मिली। साथ ही उनकी फिटनेस भी आईपीएल की वजह से ही अच्छी हुई। जहां उन्हें शंकर बासू मिले जिन्हें विराट कोहली अपनी फिटनेस का श्रेय देते हैं।

2. जसप्रीत बुमराह- विराट कोहली के बाद अगर टीम इंडिया को आईपीएल से सबसे बड़ी दौलत मिली है तो वो हैं जसप्रीत बुमराह। मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले जसप्रीत बुमराह को आईपीएल से पहले कोई नहीं जानता था। गुजरात के लिए खेलने वाला ये तेज गेंदबाज साल 2013 में मुंबई इंडियंस के स्क्वॉड में चुना गया और पहले ही मैच में बुमराह ने आरसीबी के खिलाफ 3 विकेट झटक लिए। बुमराह का अलग तरह का एक्शन और उनकी लाइन लेंथ को सभी ने सराहा। हालांकि ये तो महज शुरुआत थी। बुमराह मुंबई इंडियंस के सबसे बड़े तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा के चेले बन गए। उन्होंने मलिंगा से यॉर्कर और स्लोअर गेंदें सीखीं। इसके बाद साल 2016 में जसप्रीत बुमराह ने पहले टी20 और फिर वनडे डेब्यू किया। बुमराह की सटीक यॉर्कर और स्लोअर गेंदों का आज किसी बल्लेबाज के पास जवाब नहीं है। वो बड़े-बड़े बल्लेबाजों और गेंदबाजों को छकाते हैं और उन्हें पैवेलियन की राह भी दिखाते हैं। बुमराह 37 वनडे में 64 और 34 टी20 में 41 विकेट ले चुके हैं। साथ ही 3 टेस्ट में 14 विकेट भी उनके नाम हैं।

3. भुवनेश्वर कुमार- अपनी स्विंग से विरोधी बल्लेबाजों को चित करने वाले भुवनेश्वर कुमार भले ही ये हथियार अपने साथ लाए थे लेकिन वो एक खतरनाक गेंदबाज तब बने जब उन्होंने स्लोअर गेंद, नकल गेंद और यॉर्कर गेंदें सीखी। ये सब उन्हें सीखने को मिला इंडियन प्रीमियर लीग में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए। भुवनेश्वर कुमार के पास इन स्विंग और आउट स्विंग शुरू से थी लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद के साथ उन्होंने अपनी गति पर काम किया। दबाव भरे मैचों में किस तरह की गेंदबाजी की जाती है और कब किस गेंद का इस्तेमाल किया जाता है इसे भुवनेश्वर कुमार ने जाना। आज भुवी टीम इंडिया के सबसे बड़े विकेट टेकर्स में से एक हैं। गेंद ही नहीं वो बल्लेबाजी भी अच्छी करने लगे हैं, जिसके बाद अब उन्हें गेंदबाजी ऑलराउंडर माना जाने लगा है।

4. हार्दिक पांड्या- टीम इंडिया को जिस खिलाड़ी की बरसों से खोज थी वो उसे इंडियन प्रीमियर लीग से ही मिला। एक खिलाड़ी जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करता हो और जिसके तरकश में रफ्तार भरे तीर भी हों और जो फील्डिंग भी अच्छा करता हो, टीम इंडिया को ऐसे ही ऑलराउंडर की जरूरत थी। इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने इस कमी को पूरा किया। हार्दिक पांड्या ने अभी पिछले साल ही टीम इंडिया में डेब्यू किया है और उन्होंने कई मौकों पर साबित भी किया है कि उनके अंदर बेशूमार टैलेंट है. खुद कप्तान विराट कोहली उन्हें एक बड़ा मैच विनर मानते हैं।

5. कुलदीप यादव- कानपुर का रहनेवाला ये चाइनामैन गेंदबाज अंडर 19 के जमाने से सभी को प्रभावित करता आया लेकिन इसके काम को नाम मिला इंडियन प्रीमियर लीग में। कुलदीप यादव ने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए कई ऐसे मैच जिताए जिसके बाद फैंस उनके टैलेंट को सलाम करने लगे। कुलदीप एक चाइनामैन गेंदबाज हैं जिनके पास जबर्दस्त गुगली है। बल्लेबाजों को उनकी गुगली पढ़ने में बहुत दिक्कत होती है और ये सब उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान ही सीखा। कुलदीप यादव ने अपनी लेंथ पर खूब काम किया और अब उन्हीं की बदौलत ही टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को उसी की धरती पर पहली बार मात दी।

6. युजवेंद्र चहल- हरियाणा के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने वाले लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल एक बेहद आम खिलाड़ी माने जाते थे। उनकी गेंदों में वो बात नहीं थी जो टीम इंडिया के लिए खेलने वाले स्पिनर में होनी चाहिए। लेकिन जब इस स्पिनर ने विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलना शुरु किया तो ये बिलकुल बदल से गए। कोच डेनियल विटोरी की सरपरस्ती में युजवेंद्र चहल ने स्पिन के वो गुण सीखे जिसने उन्हें विकेट लेने वाला गेंदबाज बना दिया। युजवेंद्र चहल ने बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम पर भी कई विकेट चटकाए। चिन्नास्वामी को दुनिया का सबसे अच्छा बल्लेबाजी ग्राउंड माना जाता है। साथ ही विराट कोहली को युजवेंद्र चहल में बड़ा दम दिखाई दिया क्योंकि वो गेंद को फ्लाइट करने में बिलकुल हिचकिचाते नहीं हैं। यही वजह है कि आज युजवेंद्र टीम इंडिया में हैं और एक कामयाब गेंदबाज भी हैं।

-मोक्ष

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