रोमांचक मुकाबले में बटलर ने दिलायी राजस्थान रायल्स को चेन्नई पर जीत

Rajasthan Royals win over Chennai
[email protected] । May 12 2018 8:11AM

सलामी बल्लेबाज जोस बटलर की करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी की मदद से राजस्थान रायल्स ने आज यहां एक रोमांचक मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स को चार विकेट से हराकर आईपीएल-11 के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें जीवंत रखी।

जयपुर। सलामी बल्लेबाज जोस बटलर की करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी की मदद से राजस्थान रायल्स ने आज यहां एक रोमांचक मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स को चार विकेट से हराकर आईपीएल-11 के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें जीवंत रखी। बटलर ने असल में अकेले दम पर राजस्थान को जीत दिलायी। उन्होंने पारी का आगाज करते हुए 60 गेंदों पर 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 95 रन बनाये जिससे राजस्थान ने 19–5 ओवर में छह विकेट पर 177 रन बनाकर जीत दर्ज की।

चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 176 रन बनाये थे। सुरेश रैना (35 गेंदों पर 52 रन) और शेन वाटसन (31 गेंदों पर 39 रन) ने दूसरे विकेट के लिये 86 रन की साझेदारी की। यह भागीदारी टूटने के बाद चेन्नई आखिरी 51 गेंदों पर 71 रन ही बना पाया जिसमें धौनी की 23 गेंदों पर 33 रन की पारी भी शामिल हैं। उन्होंने सैम बिलिंग्स (22 गेंद पर 27) के साथ चौथे विकेट के लिये 55 रन जोड़े।

राजस्थान को आखिरी दो ओवरों में 28 रन की दरकार थी। ऐसे में मुंबई इंडियन्स के खिलाफ जीत के नायक कृष्णप्पा गौतम (चार गेंद पर 13 रन) के डेविड विली पर लगाये गये दो छक्कों ने रायल्स के खेमे में जान भरी। ड्वेन ब्रावो आखिरी ओवर करने आये जिसमें 12 रन चाहिए थे। बटलर ने शुरू से स्ट्राइक अपने पास रखी और एक छक्के की मदद से आवश्यक रन बनाकर अपनी टीम को जरूरी जीत दिलायी। इस जीत से राजस्थान के 11 मैच में दस अंक हो गये हैं और वह प्लेआफ की दौड़ में बना हुआ है। चेन्नई के अब 11 मैचों में 14 अंक हैं। 

राजस्थान के पावरप्ले के छह ओवर घटनाप्रधान रहे। बटलर ने हमवतन विली की पहली तीन गेंदों पर चौके लगाये और हरभजन सिंह के अगले ओवर में दो चौके और लांग आन पर छक्का जड़कर दो ओवर में स्कोर 27 रन कर दिया। दूसरे सलामी बल्लेबाज बेन स्टोक्स (सात गेंदों पर 11 रन) को तीसरे ओवर में पहली गेंद खेलने का मौका मिला। स्टोक्स ने हरभजन के अगले ओवर में चौका और फिर छक्का लगाया लेकिन अगली गेंद उनका मिडिल स्टंप उखाड़ गयी।

कप्तान अंजिक्य रहाणे (चार) आते ही पवेलियन लौट गये। रविंद्र जडेजा की टर्न लेती गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर धौनी के दस्तानों को छूकर रैना के सुरक्षित हाथों में चली गयी जिनका यह टी20 में 150वां कैच था। बटलर पहले की अपेक्षा थोड़ा धीमा पड़े लेकिन वह रहम दिखाने को तैयार नहीं थे। उन्होंने 26 गेंदों पर अपना लगातार चौथा अर्धशतक पूरा किया। आईपीएल में यह कारनामा करने वाले वह वीरेंद्र सहवाग (पांच अर्धशतक) और विराट कोहली (चार) के बाद तीसरे बल्लेबाज बन गये हैं। ।

बटलर ने स्टोक्स के साथ 48 और संजू सैमसन (21) के साथ 46 रन की साझेदारियां की। सैमसन रन आउट हो गये और आईपीएल में पदार्पण कर रहे प्रशांत चोपड़ा केवल आठ रन बना पाये। खेल आगे बढ़ने के साथ पिच थोड़ी मुश्किल हो गयी। चेन्नई की चिंता बटलर थे जिन्होंने पूरे दमखम के साथ एक छोर संभाल रखा था हालांकि रन और गेंद के बीच अंतर लगातार बढ़ता जा रहा था और ऐसे में स्टुअर्ट बिन्नी (17 गेंदों पर 22 रन) भी ब्रावो पर छक्का जड़ने के बार हवा में गेंद लहराकर पवेलियन लौट गये। बटलर ने हालांकि आखिर में अपना काम पूरा करके ही वापस लौटे।

इससे पहले धौनी ने आईपीएल की वर्तमान परंपरा के विपरीत टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उसने अच्छी फार्म में चल रहे अंबाती रायुडु (12) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिन्हें जोफ्रा आर्चर (42 रन देकर दो विकेट) ने तीसरे ओवर में अपनी पहली गेंद पर बोल्ड किया। रैना और वाटसन ने अगले नौ ओवर तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया लेकिन इस बीच चेन्नई की पारी उतार-चढ़ाव की तरह आगे बढ़ी। बीच में तीन ओवरों (छठे से आठवें) में केवल 15 रन बने। आठ ओवर के बाद स्कोर एक विकेट पर 64 रन था।

इन दोनों बल्लेबाजों ने ईश सोढ़ी ( 29 रन देकर एक विकेट) के अगले ओवर में एक-एक छक्के की मदद से 16 रन बटोरकर रन गति तेज की। जब दोनों हावी होकर खेलने लगे तो रहाणे ने फिर से आर्चर को गेंद सौंपी और वाटसन को विकेट के पीछे कैच कराया जिन्होंने अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाये। रैना भी अपने टी20 करियर का 45वां अर्धशतक पूरा करने के बाद सोढ़ी की गुगली को हवा में लहरा गये जिसे बिन्नी ने खूबसूरती से कैच में तब्दील किया। दो जमे हुए बल्लेबाजों के नौ गेंद के अंदर पवेलियन लौटने से रनगति प्रभावित हुई। रैना ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया। 

धौनी और बिलिंग्स क्रीज पर थे लेकिन अगले चार ओवरों में केवल 23 रन बने और इस बीच गेंद केवल एक बार सीमा रेखा को पार किया। धौनी ने जयदेव उनादकट पर मिडविकेट क्षेत्र में छक्का लगाया, लेकिन बिलिंग्स रन बनाने के लिये जूझते रहे। उन्होंने स्टोक्स के आखिरी ओवर में रन आउट होने से पहले दो चौके लगाकर अपने स्ट्राइक रेट में सुधार किया।

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