पूरी हुई टीम इंडिया की चौथे नंबर की तलाश ! भरोसेमंद बल्लेबाज बनकर उभरे श्रेयस

Shreyas Iyer

हर वनडे मैच में चौथे नंबर पर खेल रहे श्रेयस की विस्फोटक बल्लेबाजी को देखते हुए कहा जाने लगा था कि टीम इंडिया को चौथे नंबर के लिए जिस तरह के बल्लेबाज की जरूरत थी, उसे श्रेयस पूरी करते प्रतीत हो रहे हैं।

टीम इंडिया को काफी समय से सीमित ओवर प्रारूप में चौथे नंबर के लिए जिस प्रकार के बल्लेबाज की जरूरत थी, उसे एक साल से हर वनडे मैच में इसी नंबर पर खेल रहे श्रेयस अय्यर ने अपनी विस्फोटक से पूरा कर दिया है। मिडल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने इस वर्ष की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में एक शतक तथा दो अर्धशतक जड़कर कुल 217 रन बटोरते हुए काफी शानदार प्रदर्शन किया था। तीन मैचों की द्विपक्षीय श्रृंखला में चार नंबर के भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया वह सर्वाधिक स्कोर था। टीम इंडिया को चौथे नंबर पर खेलने वाले बल्लेबाज की तलाश काफी समय से थी। महेन्द्र सिंह धोनी, अंबाती रायडू, विजय शंकर, ऋषभ पंत इत्यादि को चौथे नंबर पर आजमा चुकी टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्वकप सेमीफाइनल में हार के बाद श्रेयस को वेस्टइंडीज दौरे पर वापसी का अवसर दिया था। दरअसल 2019 के वर्ल्ड कप के पहले से ही टीम इंडिया चौथे नंबर के बल्लेबाज को लेकर काफी मुश्किलों का सामना कर रही थी और इस कमी को अब श्रेयस ने पूरा कर दिया है। पिछले दिनों आईपीएल की फ्रेंचाइजी ‘दिल्ली कैपिटल’ के अधिकारिक हैंडल पर एक इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान स्वयं श्रेयस ने यह कहते हुए चौथे नंबर के खिलाड़ी को लेकर होती रही चर्चाओं पर विराम लगा दिया कि अगर आप एक साल से उसी स्थान पर भारत के लिए खेल रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आपने उस नंबर को सील कर दिया है और इस बारे में अब ज्यादा सवाल नहीं पूछे जाने चाहिएं। हालांकि उनका यह भी कहना है कि वह टीम की जरूरत के मुताबिक किसी भी ऑर्डर पर बल्लेबाजी के लिए भी तैयार हैं।

भारत ने विश्वकप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद अय्यर को वेस्टइंडीज दौरे पर वापसी का मौका दिया था और उन्होंने वेस्टइंडीज में खेल प्रेमियों को काफी प्रभावित किया। भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे श्रृंखला के विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे मुकाबले में भारत ने 387 रन बनाते हुए 5 विकेट खोकर रनों का विशाल पहाड़ खड़ा कर वेस्टइंडीज के छक्के छुड़ाए थे और वेस्टइंडीज को 280 रनों पर समेट दिया था। वनडे मैचों में लगातार चौथे स्थान पर खेल रहे श्रेयस ने उस वनडे में न केवल लगातार चार अर्द्धशतक लगाते हुए इतिहास रचा था बल्कि 47वें ओवर में सिर्फ एक ही ओवर में चार छक्के और एक चौका जड़कर अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से भी सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया था। अपनी उस विस्फोटक बल्लेबाजी के चलते वह एक ओवर में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए थे। उस मैच में उन्होंने 32 गेंदों में 4 छक्के और 3 चौकों के साथ 53 रनों की शानदार पारी खेली थी। हर वनडे मैच में चौथे नंबर पर खेल रहे श्रेयस की विस्फोटक बल्लेबाजी को देखते हुए कहा जाने लगा था कि टीम इंडिया को चौथे नंबर के लिए जिस तरह के बल्लेबाज की जरूरत थी, उसे श्रेयस पूरी करते प्रतीत हो रहे हैं और अब खुद श्रेयस ने चौथे स्थान को सील करने का दावा कर इन कयासों पर विराम लगा दिया है।

श्रेयस गत वर्ष 21 फरवरी को ‘सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2019’ के ग्रुप सी मुकाबले की एक पारी में 147 रनों की टी-20 की सबसे बड़ी पारी खेलने तथा आईपीएल सहित टी-20 में सबसे तेज आतिशी पारी खेलने वाले और सर्वाधिक छक्के लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बने थे। 147 रनों की उनकी उस तूफानी पारी के बारे में कहा जाता है कि घरेलू क्रिकेट की टी-20 ट्रॉफी में तो किसी भी बल्लेबाज के लिए उसे तोड़ पाना बहुत बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने 55 गेंदों में 15 छक्के और 7 चौकों की मदद से 147 रन बनाए थे और केवल 38 गेंदों पर ही अपना शतक पूरा कर लिया था। टी-20 की वह सबसे बड़ी और धमाकेदार पारी खेलते हुए श्रेयस ने रोहित शर्मा तथा विराट कोहली जैसे टी-20 के महारथियों को भी पीछे छोड़ दिया था। उस चैम्पियनशिप के आखिरी मुकाबले में श्रेयस ने 10 छक्कों और 5 चौकों की मदद से 55 गेंदों पर 103 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को 8 विकेटों से शानदार जीत दिलाई थी।

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जहां तक आईपीएल की बात है तो आईपीएल में दिल्ली डेयर डेविल्स की कप्तानी वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर के हाथों में रही थी लेकिन 2018 के आईपीएल में गौतम गंभीर द्वारा कप्तानी छोड़े जाने के बाद श्रेयस दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान बने और अपनी कप्तानी वाले पहले ही मैच में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 93 नाबाद रन बनाए थे। श्रेयस 2015 से ही आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेल रहे हैं, जिन्होंने 2015 सीजन में 33.76 की औसत बल्लेबाजी से 14 मैचों में 439 रन बनाए थे। आइपीएल में पिछले दो सीजन से दिल्ली टीम की कप्तानी कर रहे श्रेयस को इस बार भी इस टीम की कप्तानी करनी थी किन्तु कोरोना महामारी के कारण फिलहाल आइपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित है।

6 दिसम्बर 1994 को मुम्बई में जन्मे दाएं हाथ के बल्लेबाज श्रेयस संतोष अय्यर मुम्बई टीम के लिए खेलते रहे हैं। इसके अलावा वह टीम इंडिया के लिए एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तथा 20-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट भी खेलते रहे है। वह 2014 के आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारत के लिए खेले थे तथा गत वर्ष इंग्लैंड में ट्रेंट ब्रिज क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व भी किया था। तब उन्होंने 99 के औसत से 297 रन बनाए थे, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 171 रहा था। उन्होंने अपने लिस्ट ए कैरियर की शुरूआत नवम्बर 2014 में मुम्बई के लिए खेलते हुई विजय हजारे ट्रॉफी से की थी, जिसमें 54.6 की औसत से बल्लेबाजी कर उन्होंने 273 रन बनाए थे। अगले ही माह दिसम्बर 2014 में श्रेयस ने रणजी ट्रॉफी से प्रथम श्रेणी क्रिकेट कैरियर की शुरूआत की, जिसमें उन्होंने 50.56 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए दो शतक और छह अर्धशतकों के साथ 809 रन बनाए थे और 2014-15 की रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने थे।

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अपने अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की शुरूआत श्रेयस ने 1 नवम्बर 2017 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ की थी। हालांकि उस मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने का अवसर नहीं मिला था। उसके बाद राजकोट में खेले गए मैच में उन्हें पुनः खेलने का अवसर मिला और तब उन्होंने 21 गेंदों पर 23 रनों की पारी खेली थी। विशाखापत्तनम में सीरीज के अंतिम मैच में भी श्रेयस 6 गेंदों पर 6 रन बनाने में सफल हुए थे। दरअसल वह मैच बारिश के चलते सिर्फ 8-8 ओवरों तक सीमित कर दिया गया था। एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरूआत श्रेयस ने धर्मशाला में 10 दिसम्बर 2017 को श्रीलंका के खिलाफ तीन वन-डे मैचों की सीरीज से की थी। हालांकि सीरीज के पहले एकदिवसीय मैच में श्रेयस कोई कमाल नहीं दिखा पाए और महज 9 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए थे लेकिन मोहाली के पीसीए स्टेडियम में खेले गए सीरीज के दूसरे मैच में उन्होंने क्रीज पर रोहित शर्मा का साथ निभाते हुए 88 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाया था। उस मैच में रोहित शर्मा ने अपने एकदिवसीय क्रिकेट कैरियर का तीसरा दोहरा शतक लगाया था।

योगेश कुमार गोयल

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘प्रदूषण मुक्त सांसें’ पुस्तक के लेखक हैं)

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