मैदान पर अंपायर से हो गई विराट की भिड़ंत, टेस्ट में दिग्गज भी इस मामले में नहीं है पीछे !

Virat Kohli

कैप्टन धोनी को हमेशा से कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है। धोनी को लेकर कहा जाता है कि उनका दिमाग मैदान में बर्फ की तरह ठंडा रहता है लेकिन आईपीएल के एक मैच के दौरान यह उल्टा हो गया। दरअसल साल 2019 के आईपीएल में धोनी और अंपायर के बीच भिड़ंत हुई।

विराट कोहली हमेशा से अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते हैं। विराट कोहली का ये अंदाज उन्हें इस खेल में और ज्यादा खतरनाक बनाता है। विराट कोहली का खेल गुस्से में और ज्यादा निखर जाता है और वो जमकर गेंदबाजों की पिटाई करते हुए रन बनाते है। लेकिन कई बार विराट कोहली का ये गुस्सा कुछ ज्यादा ही हो जाता है जो उन्हें क्रिकेट के मैदान पर नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसा ही एक वाक्या भारत-इंग्लैंड के बीच दूसरे चेन्नई टेस्ट मैच के तीसरे दिन देखा गया। दरअसल इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान विराट कोहली मैदानी अंपायर नितिन मेनन से भिड़ गए थे। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच के तीसरे दिन अक्षर पटेल की गेंद पर जो रूट को फील्ड अंपायर नितिन मेनन के चलते जीवनदान मिला। अक्षर पटेल की गेंद पर रूट के खिलाफ जोरदार अपील हुई और अंपायर के नॉटआउट देने पर विराट ने डीआरएस का इस्तेमाल किया। गेंद विकेट पर लग रही थी, लेकिन अंपायर्स कॉल के चलते रूट को जीवनदान मिला। इस चीज को देखकर विराट कोहली काफी गुस्से में आ गए और नाराज होते हुए अंपायर नितिन मेनन के पास पहुंचे जहां दोनों के बीच बहस होने लगी। ऐसे में विराट कोहली भले ही गुस्से में थे लेकिन उन्हें यहां ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि अंपायर से भिड़ने की सजा मैच प्रतिबंध के रूप में तब्दील हो सकती है। आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 के तहत अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने या बहस करने पर लेवल 1 या फिर लेवल 2 के चार्ज लग सकते हैं। ऐसे में यह तो विराट कोहली की हरकत थी जिसपर उनके उपर बैन नहीं लगा लेकिन क्रिकेट के मैदान में पहले भी ऐसी घटनाएं घट चुकी है जहां अंपायर से खिलाड़ियों की जमकर भिड़ंत हुई और उनमें से कुछ पर बैन भी लगा।

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जब अंपायर से जाकर भिड़ गए थे रिकी पॉन्टिंग

साल 2010 की एशेज सीरीज जारी थी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में चौथा क्रिकेट टेस्ट मैच खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया के लिए ये एशेज काफी बुरा जा रहा था। टीम को पहले दोनों टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था और तीसरे टेस्ट मैच के हाल को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि ये मैच भी ऑस्ट्रेलिया हार जाएगा। ऐसे में मैच के दौरान एक समय ऐसा आया जब एक गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने केविन पीटरसन के खिलाफ विकटों के पीछे कॉट बिहाइन्ड की अपील की। लेकिन अंपायर ने इस अपील को खारिज कर दिया।कंगारू खिलाड़ियों को पता था कि पीटरसन आउट है और इसलिए उन्होंने रेफरेल लेने का निर्णय लिया। लेकिन बाद में ऑस्ट्रेलिया का रेफरेल खराब गया और पीटरसन आउट नहीं हुए। इसके बाद कंगारू कप्तान रिकी पॉन्टिंग इतना गुस्सा हो गए कि वो अंपायर अलीम दार से जाकर भिड़ गए। दोनों के बीच जमकर बहस भी हुई। 

आईपीएल-12 में अंपायर से भिड़ गए थे एमएस धोनी

कैप्टन धोनी को हमेशा से कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है। धोनी को लेकर कहा जाता है कि उनका दिमाग मैदान में बर्फ की तरह ठंडा रहता है लेकिन आईपीएल के एक मैच के दौरान यह उल्टा हो गया। दरअसल साल 2019 के आईपीएल में धोनी और अंपायर के बीच भिड़ंत हुई। आईपीएल-12 में चेन्नई बनाम राजस्थान मैच खेला गया था। इसी मैच के आखिरी ओवर में विवाद हुआ था, जो बेन स्टोक्स डाल रहे थे। इस मैच के आखिरी ओवर में अंपायर उल्हास गांधे ने शुरुआत में नो-बॉल का इशारा करने के लिए हाथ उठाया, लेकिन लेग अंपायर ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड की तरफ से गेंद के कमर से ऊपर रहने का कोई संकेत नहीं मिला। इसके बाद गांधे ने नो-बॉल नहीं दी। यह देखकर धोनी को गुस्सा आ गया, जो उस वक्त मैदान से बाहर थे। धोनी मैदान में घुसकर अंपायर से बहस करने लगे लेकिन अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला। हालांकि इसके बाद धोनी को जुर्माना भी झेलना पड़ा और उनकी 50 प्रतिशत मैच फीस काटी गई।

सौरव गांगुली और अंपायर का विवाद काफी गहरा है

सौरव गांगुली काफी आक्रामक अंदाज के क्रिकेटर माने जाते थे। गांगुली मैदान पर खिलाड़ियों से लेकर अंपायर तक से भिड़ गए थे। साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैंगलोर टेस्ट के दौरान आउट दिए जाने के बाद गांगुली ने अंपायर का फैसला मानने से इंकार कर दिया था। इस मैच में गांगुली ने अंपायर का फैसला नहीं माना और नाखुश दिखाई दिए। इसके बाद 2000 में जिम्बाब्वे के भारत दौरे पर गांगुली को अंपायर से भिड़ने की कोशिश करते हुए देखा गया। जिसकी वजह से उनपर एक वनडे मैच का बैन भी लगा था।

जावेद मियांदाद और विवादों की हमेशा से रही है दोस्ती

जावेद मियांदाद को हमेशा से विवादों के लिए जाना जाता रहा है। उनके करियर में कई मोड़ आएं जब वह विवाद में फंस गए। डेनिस लिली को बल्ला लेकर मारने के लिए दौड़ने वाला विवाद तो जावेद के सबसे बड़े विवादों में से एक माना जाता है। लेकिन एक बार अंपायर से भिड़ंत के कारण भी मियांदाद सुर्खियों में आ गए थे। दरअसल 1985 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही थी। पहले दो मैचों में से दोनों टीमें एक- एक जीत के साथ सीरीज में बराबरी पर थी। जिसकी वजह से तीसरा टेस्ट मैच सीरीज जीत के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। इस मैच को जीतने के लिए पाकिस्तान आगे बढ़ रही थी और उन्हें 2 विकेटों की जरूरत थी लेकिन इसी बीच पाकिस्तानी कप्तान जावेद मियांदाद मैदानी अंपायर से उलझ पड़े। इस मैच में हुआ ऐसा कि लंच के बाद के सेशन की आखिरी गेंद वसीम अकरम ने डाली। यह गेंद बाउंसर थी जिसकी वजह से अंपायर ने उन्हें चेतावनी दे दी। अंपायर के द्वारा चेतावनी दिए जाने से टीम के कप्तान जावेद मियांदाद गुस्सा हो गए और अंपायर से जाकर भिड़ गए। मियांदाद बार बार अंपायर से जता रहे थे कि बाउंसर खेल का हिस्सा होता है।

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जेम्स एंडरसन को अंपायर से भिड़ने पर देना पड़ा था जुर्माना

साल 2018 में एक टेस्ट मैच के दौरान इंग्लिश गेंदबाज जेम्स एंडरसन की एक गेंद पर विराट कोहली को एलबीडब्ल्यू आउट करने की अपील को अंपायर धर्मसेना ने खारिज कर दिया था। जिसके बाद एंडरसन ने अंपायर से अपनी कैप छीनते हुए काफी आक्रामक तरीके से बात की। एंडरसन के इस रवैये की वजह से उनपर आईसीसी आचार संहिता के नियम 2.1.5 के उल्लंघन का दोषी करार दिया गया और मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगा दिया गया।

- दीपक कुमार मिश्रा

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