पुडुचेरी में छठे कार्यकाल के लिए द्रमुक विधायक की राह मुश्किल
करइकल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में बहुकोणीय मुकाबले के साथ द्रमुक के निवर्तमान विधायक एएमएच नजीम 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में सबसे मुश्किल टक्कर का सामना कर रहे हैं।
करैइकल। पुडुचेरी के करइकल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में बहुकोणीय मुकाबले के साथ द्रमुक के निवर्तमान विधायक एएमएच नजीम 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में सबसे मुश्किल टक्कर का सामना कर रहे हैं। नजीम 29 साल की उम्र में 1991 में पहली बार करइकल सीट से पुडुचेरी विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्हें इसके बाद हर चुनाव में जीत मिली। लेकिन अपनी तमाम लोकप्रियता के बावजूद इस बार वह सबसे मुश्किल मुकाबले का सामना कर रहे हैं। नजीम कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के उम्मीदवार हैं और उनके सामने सत्तारूढ़ एआईएनआरसी, अन्नाद्रमुक, भाजपा, डीएमडीके एवं पीएमके के उम्मीदवारों सहित दस उम्मीदवार मौजूद हैं।
2006 और 2011 के चुनाव में नजीम से मामूली अंतर से हारे अन्नाद्रमुक के केएयू असन फिर से मैदान में हैं जबकि एआईएनआरसी (ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस) ने ए. सुरेश को खड़ा किया है। नजीम राजनीति में काफी तेजी से आगे बढ़े हैं। वह 1996 में स्वास्थ्य एवं परिवहन मंत्री बने थे और 2006 में विपक्ष के नेता बने। 2011 में परिसीमन के बाद करइकल को करइकल उत्तर और करइकल दक्षिण में बांट दिया गया। वह 2011 में मामूली अंतर से चुनाव जीते। हालांकि नजीम को उम्मीद है कि वह पिछले 25 सालों की अपनी उपलब्धियों एवं सेवाओं के कारण छठी बार भी जीत जाएंगे, द्रमुक को सीट आवंटित करने से कांग्रेस शिविर में बरकरार कथित नाराजगी उनका काम मुश्किल कर रही है। पुडुचेरी प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष एवी सुब्रह्मण्यम विधानसभा क्षेत्र के निवासी होने के कारण यहां से चुनाव लड़ना चाहते थे और इस वजह से उन्होंने नजीम के लिए प्रचार से खुद को दूर रखा है।
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