कावेरी डेल्टा क्षेत्र में मुकाबले में हैं टीआर बालू के पुत्र

आगामी 16 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कावेरी डेल्टा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए धुर प्रतिद्वंद्वी द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच कांटे की टक्कर है।

मन्नारगुड़ी। आगामी 16 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कावेरी डेल्टा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए धुर प्रतिद्वंद्वी द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच कांटे की टक्कर है। पूर्व मंत्री टीआर बालू के पुत्र और मौजूदा द्रमुक विधायक टीआरबी राजा अपनी सीट बचाने के लिए प्रयासरत हैं। यह मुकाबला राजा और अन्नाद्रमुक के एस कामराज के बीच दिखाई दे रहा है। कामराज 30 साल से पार्टी से जुड़े हैं और सहकर्मियों एवं स्थानीय लोगों में उन्हें ‘एसके’ कहकर पुकारा जाता है।

मन्नारगुड़ी रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार के साथ-साथ राजा को अवसंरचना संबंधी विभिन्न मुद्दों पर काम करने का श्रेय जाता है लेकिन उनकी ‘अनुपलब्धता’ के लिए उनकी आलोचना की जाती है। इसके अलावा कथित तौर पर उनके परिवार द्वारा संचालित शराब की भट्टियों और विवादपूर्ण कोल बेड मीथेन परियोजना के लिए उनकी आलोचना की जाती है। यह परियोजना द्रमुक ने शुरू की थी, जिसका नतीजा एम करूणानिधि के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए भारी हार के रूप में सामने आया था। अन्नाद्रमुक ने इसे वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रमुख मुद्दों में से एक बनाया था। संयोगवश उस समय बालू अन्नाद्रमुक के हाथों हार गए थे।

शराबबंदी की मांग की पृष्ठभूमि में बालू के परिवार द्वारा संचालित शराब की दो भट्टियों का मामला भी प्रचारित किया जा रहा है। यह राजा के दूसरे कार्यकाल की राह में एक अवरोधक साबित हो सकता है। एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर आरोप लगाया कि वादासेरी में बीयर का कारखाना स्थानीय खेतों पर असर डाल रहा है। यह मुद्दा अन्नाद्रमुक की स्थानीय इकाई उठा रही है। वर्ष 1967 के बाद से भाकपा पांच बार इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। द्रमुक और कांग्रेस के उम्मीदवार भी इस सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


Tags

    अन्य न्यूज़