पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के चुनाव के लिए मतदान

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज मतदान शुरू हो गया जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला होगा।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज मतदान शुरू हो गया जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला होगा। हावड़ा जिले और बिधान नगर समेत उत्तर 24 परगना जिले में 49 सीटों पर मतदान के लिए स्थापित किए गए 12,500 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया और लोगों को मतदान केंद्रों के सामने पंक्तिबद्ध खड़े देखा गया। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।

चौथे चरण के चुनाव में करीब 1.08 करोड़ मतदाता अमित मित्रा, पूर्णेन्दु बसु, चन्द्रिमा भट्टाचार्य, ब्रत्य बसु, ज्योतिप्रिय मलिक और अरूप राय जैसे तृणमूल के कई मंत्रियों समेत कुल 345 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे। कुल उम्मीदवारों में केवल 40 महिलाएं हैं। चुनाव के तीसरे चरण में हिंसा की रिपोर्ट मिलने के मद्देनजर चुनाव आयोग ने इस चरण के लिए सुरक्षा के जबरदस्त बंदोबस्त किए हैं। तीसरे चरण में हुई हिंसक घटना में माकपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। केन्द्रीय सशस्त्र बलों सहित कुल मिलाकर 90,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि शहर के उत्तरी भाग के सॉल्ट लेक एरिया (बिधाननगर) में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। केंद्रीय बल के दस्ते में 672 कंपनियों की मदद राज्य पुलिस बल के 22000 कर्मियों का मजबूत दल करेगा। कानून-व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए दोनों जिलों में आईएएस रैंक के पांच पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किए गए है। इसके अलावा अतिरिक्त निगरानी कार्य के लिए 1100 मोबाइल निगरानी दल तैनात किए गए है। मतदाताओं से मिली सूचनाओं के अनुसार करीब 5500 मतदाता ऐसे हैं जिन्हें करीब 1500 बदमाशों से धमकियां मिली हैं। इस चरण के मतदान में सभी की निगाहें जेल में बंद पूर्व परिवहन एवं खेल मंत्री मदन मित्रा पर टिकी होंगी जो उत्तर 24 परगना जिले की कमारहाटी सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं। मित्रा को सीबीआई ने कई करोड़ रुपए के सारदा चिटफंड घोटाले में दिसंबर 2014 में गिरफ्तार किया था। ऐसा पहली बार है जब कोई हाई प्रोफाइल उम्मीदवार जेल से पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहा है। दिलचस्प बात यह है कि मित्रा एक पंजीकृत मतदाता होने के बावजूद जेल में बंद होने के कारण मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे।

इन चुनावों में तृणमूल के टिकट से बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की बेटी वैशाली और राज्य की क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान लक्ष्मी रतन शुक्ला भी चुनाव लड़ रहे हैं। शुक्ला के सामने अभिनेत्री से नेता बनीं रूपा गांगुली की चुनौती हैं जो उत्तर हावड़ा सीट पर भाजपा की उम्मीदवार हैं। तृणमूल ने फुटबॉलर दीपेंदु बिस्वास को दक्षिण बशीरहाट सीट से चुनाव में उम्मीदवार बनाया है जिनके सामने भाजपा के एकमात्र निवर्तमान विधायक शामिक भट्टाचार्य की चुनौती है। बिधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता राजरहाट न्यू टाउस से चुनाव लड़ रहे हैं। इन चुनावों में ‘सिंडीकेट राज’, सारदा चिट फंड घोटाला और नारद स्टिंग ऑपरेशन जैसे मुद्दे हावी हैं। पश्चिम बंगाल के छह चरणीय चुनाव के शेष दो चरणों के तहत मतदान 30 अप्रैल और पांच मई होगा। परिणाम 19 मई को घोषित किए जाएंगे।

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