बॉलीवुड की पार्टियों से दूर रहना पसंद है अजय देवगन को

अनु गुप्ता । Apr 3 2017 11:56AM

अजय के बारे में कहा जाता है कि वे बॉलीवुड कि इस ग्लैमरस दुनिया से थोड़ा दूर ही रहना पसंद करते हैं और इसीलिए केवल अपनी फिल्मों के प्रमोशन के दौरान ही उन्हें इवेंट्स आदि मेँ देखा जाता है।

अजय देवगन एक ऐसे अभिनेता हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि उनकी आँखें बोलती हैं और उनके अभिनय में उनकी आँखों के एक्सप्रेशंस तो देखते ही बनते हैं। यहां ये कहना गलत नहीं होगा कि अजय देवगन अपनी आँखों से अभिनय करने में खासे माहिर हैं। अजय देवगन का जन्म 2 अप्रैल 1969 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ। इनका परिवार मूल रूप से अमृतसर से हैं। जन्म के समय उन्हें विशाल देवगन नाम दिया गया। अजय के पिता वीरू देवगन बॉलीवुड के मशहूर स्टंटमेन और एक्शन फिल्म निर्देशक थे। इनकी माता का नाम वीणा देवगन था जिन्होंने बॉलीवुड में एक दो फिल्मों का निर्माण भी किया था। अजय की शुरुआती पढ़ाई सिल्वर बीच हाई स्कूल से हुई और आगे की पढ़ाई मुम्बई के मीठीबाई कॉलेज से।

पिता के फिल्मों से जुड़े होने के कारण अजय कई बार फिल्मों की शूटिंग पर अपने पिता के साथ जाया करते थे जिस कारण धीरे धीरे उनकी फिल्मों में रुचि बढ़ी। पढ़ाई पूरी करने के बाद अजय शेखर कपूर के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करने लगे और उसी दौरान अजय की मुलाकात कुक्कू कोहली से हुई जो अपनी फिल्म के लिए एक नए हीरो की तलाश कर रहे थे जो अजय के रूप में पूरी हुई और इस प्रकार 1991 में अजय देवगन ने फिल्म फूल और कांटे से हिंदी फिल्मों में एंट्री की जिसमें इनका अभिनय इतना शानदार रहा की इस फिल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट डेब्यू का पुरस्कार भी मिला। 

अजय की इमेज शुरू में एक एक्शन हीरो की बनी क्योंकि अपनी पहली फिल्म में ही उन्होंने अपने स्टंट और एक्शन सीन बखूबी से किए जिसकी ट्रेनिंग उन्हें अपने पिता से मिली थी। इस फिल्म के बाद अजय ने कई एक्शन प्रधान फिल्में जैसे- ज़िगर, दिलवाले, सुहाग, नाज़ायज़, दिलजले, गुंडाराज आदि कीं और फिर एक्शन फिल्मों से अलग अजय ने अपने आपको रोमांटिक हीरो के रूप में स्थापित करना शुरू किया और 1997 में आई इश्क़ फिल्म में अजय रोमांटिक किरदार निभाते हुए नज़र आये। 

1999 में आई फिल्म हम दिल दे चुके सनम अजय के कॅरियर कि तब तक की सबसे खास फिल्म रही इस फिल्म में अजय ने शर्मीले अंदाज में अपना किरदार निभाया और दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी। दर्शकों को पता चला कि एक्शन में माहिर ये हीरो संजीदा और रोमांटिक रोल भी आसानी से कर सकता है। और फिर अगर हम बात करें कॉमेडी की तो अजय ने गोलमाल फिल्मों की सीरीज से दर्शकों को गुदगुदाया भी और अभिनय की इस शैली में भी अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी।

सन 2000 में आई कंपनी फिल्म में अजय द्वारा निभाये गए गैंगस्टर के रोल को फिल्म समीक्षकों ने काफी सराहा था इस फिल्म के लिए अजय देवगन को फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट क्रिटिक अवार्ड भी मिला था। और इसी साल इन्होंने अपने अभिनय की छटा बिखरते हुए दीवानगी फिल्म में विलन का किरदार भी निभाया जिसके लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट विलन का अवार्ड भी मिला। 

सन 2000 में ही अजय ने खुद की प्रोडक्शन कंपनी अजय देवगन फिल्म्स के नाम से शुरू की और फिल्मों का निर्माण और निर्देशन शुरू कर दिया। यू मी और हम उनकी पहली होम प्रोडक्शन फिल्म रही। बहुमुखी प्रतिभा के धनवान अजय ने अब तक अपने 26 साल के फ़िल्मी कॅरियर में 100 से अधिक फिल्मों में काम किया है। बाद में आई उनकी प्रमुख फिल्में हैं कंपनी, गंगाजल, गोलमाल, राजनीति, सिंगम, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुम्बई, यू मी और हम, ओंकारा पिछले साल फिल्म शिवाय में दिखे थे जो उनके निर्देशन में ही बनी थी। उनकी आने वाली फिल्में हैं गोलमाल 4 और बादशाओ।

अजय अपनी फिल्मों में गजब के एक्शन सीन के लिए जाने जाते हैं। जिसकी झलक हमें इनकी पहली ही फिल्म में देखने को मिली जहाँ अजय ने दो चलती हुई मोटरसाइकिल पर पैर रखकर एंट्री मारी और फिर गोलमाल फिल्म में दो गाड़ियों पर चल कर। अजय ने हमेशा ही अपने बेजोड़ एक्शन स्टंट से दर्शकों को रोमांचित किया है। अजय देवगन हर प्रकार के रोल और हर प्रकार की शैली फिर चाहे एक्शन हो, रोमांटिक हो या फिर इमोशनल और कॉमेडी में फिट बैठते हैं और हर रोल को संजीदगी के साथ निभाते हैं।

अजय के बारे में कहा जाता है कि वे बॉलीवुड कि इस ग्लैमरस दुनिया से थोड़ा दूर ही रहना पसंद करते हैं और इसीलिए केवल अपनी फिल्मों के प्रमोशन के दौरान ही उन्हें इवेंट्स आदि मेँ देखा जाता है। अजय देवगन बॉलीवुड के ऐसे पहले अभिनेता हैं जिनके पास खुद का निजी जेट है।

बात करें उनके निजी जीवन कि तो अपनी पहली फिल्म के बाद ही अजय का नाम करिश्मा कपूर के साथ जुड़ गया था जिसके चर्चे उस समय पूरे बॉलीवुड में थे। कहा तो यहाँ तक जाता है कि अजय पहले से ही रवीना टंडन के साथ रिलेशन में थे लेकिन करिश्मा की खूबसूरती को देख उन्होंने रवीना को छोड़ करिश्मा का दामन थाम लिया। लेकिन करिश्मा से अजय का रिलेशन ज्यादा समय तक नहीं चला। 1995 में अजय और काजोल की जोड़ी पहली बार फिल्म हलचल में पर्दे पर दिखी और फिल्म गुंडाराज के बाद इन दोनों में अफेयर शुरू हो गया जो 1999 में इनकी शादी में बदल गया। अजय और काजोल के शादी से दो बच्चे हैं बेटी न्यासा और बेटा युग।

उपलब्धियां

1999 में ज़ख्म फिल्म और 2002 में द लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।

2016 में भारत सरकार ने अजय देवगन को पदमश्री से सम्मानित किया था।

बात करें फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड्स की तो अजय देवगन ने अपने कॅरियर में कई बार फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड्स जीते हैं।

- अनु गुप्ता

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