लवर ब्वॉय का कॅरियर ज्यादा लंबा नहीं मानते जिम्मी

प्रीटी । Aug 26 2016 2:22PM

बॉलीवुड अभिनेता जिम्मी शेरगिल का कहना है कि उन्होंने अच्छे किरदारों को चुनने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगता है कि लवर ब्वॉय का कैरियर बहुत लंबा नहीं होता है।

बॉलीवुड अभिनेता जिम्मी शेरगिल को ‘मोहब्बतें’ फिल्म से रोमांटिक अभिनेता के तौर पर पहचाना गया लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने अच्छे किरदारों को चुनने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगता है कि लवर ब्वॉय का कैरियर बहुत लंबा नहीं होता है। ‘ट्रैफिक’ के 45 वर्षीय अभिनेता का मानना है कि ‘राजा अवस्थी’ और ‘साहेब’ जैसी भूमिकाएं निभाने का फैसला कर वह फिल्म जगत में बने रह पाए। उन्होंने बॉलीवुड में अपने कैरियर की शुरूआत गुलजार द्वारा निर्देशित फिल्म ‘माचिस’ से की थी। जिम्मी की हालिया फिल्म 'शोरगुल' तब विवादों में आ गयी थी जब इस पर उत्तर प्रदेश के एक राजनीतिक दल की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया।

जिम्मी कहते हैं कि ‘माचिस’ से अभिनय की शुरूआत करने के बाद लोग मुझे क्लीन शेव में पहचान नहीं पाए। लेकिन फिर ‘मोहब्बतें’ आई। इससे मुझे बहुत सारा काम मिला। बहरहाल, मैं ऐसा कुछ करना चाहता था कि जो मुझे अलग खड़ा करे। मैं लवर ब्वॉय की छवि के साथ नहीं बने रह सकता था। जिम्मी कहते हैं कि ‘हासिल’, ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ और ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’ जैसी फिल्मों का चुनाव करना एक सचेत फैसला था। इसी वजह से मैं करीब 20 वर्षों तक बना रहा अन्यथा लवर ब्वॉय कहीं खो जाता। वह कहते हैं कि निर्देशक दोबारा से मुझे लेते हैं क्योंकि उनमें से कई ने अपनी पहली फिल्म मेरे साथ ही की थी। हम दोस्त हैं और एक भावनात्मक लगाव है।

जिम्मी ने हिंदी फिल्मों के साथ ही पंजाबी फिल्मों में भी हाथ आजमाया है। वह पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार भी हैं। पंजाबी फिल्मों में अपने कैरियर की शुरूआत उन्होंने 2005 में यारां नाल बहरान से की थी। जिम्मी को भले बॉलीवुड में सुपरहिट हीरो का दर्जा हासिल नहीं हो लेकिन उनके खाते में फिल्मों की संख्या अपने समकालीनों के मुकाबले ज्यादा ही रही होगी। बॉलीवुड में उनकी अब तक प्रदर्शित फिल्मों में माचिस, जहां तुम ले चलो, मोहब्बतें, ये जिंदगी का सफर, मेरे यार की शादी है, दिल है तुम्हारा, दिल विल प्यार व्यार, कहता है दिल बार बार, हासिल, मुन्ना भाई एमबीबीएस, अग्निपंख, चरस, हम तुम, सिलसिले, प्रतीक्षा, यहां, उमर, टॉम डिक एण्ड हैरी, यूं होता तो क्या होता, लगे रहो मुन्ना भाई, बस एक पल, रहगुजर, एकलव्य, दिल्ली हाईट्स, रकीब, विक्टोरिया नंबर 203, छोड़ो न यार, दस कहानियां, स्ट्रेन्जर्स, हंसते हंसते, ए वेडनसडे, माई नेम इज खान, ए फ्लैट, तनु वेड्स मनु, गेम, साहिब बीवी और गैंगस्टर प्रमुख हैं। पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार जिमी ने अब तक इस भाषा में यारां नाल बहरान, मन्नत, तेरा मेरा कि रिश्ता, मुंडे यू.के. दे, मेल करा दे रब्बा और धरती नामक फिल्में की हैं। इनमें लगभग सभी को दर्शकों ने सराहा है।

जिम्मी ने इसके साथ ही 'तनु वेड्स मनु' श्रृंखला की दोनों फिल्मों में काम कर दर्शकों का दिल जीता। जिम्मी ने फिल्मों में लवर ब्वॉय के साथ ही नकारात्मक भूमिका भी निभाई है और दर्शक अधिकतर उन्हें नकारात्मक भूमिकाओं में काफी पसंद करते रहे हैं। जिम्मी का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। उनके पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल पेंटर हैं। जिम्मी ने सेंट फ्रांसिस कालेज, लखनऊ से पढ़ाई की और इसके बाद वह 1985 में पंजाब चले गए जोकि उनके पूर्वजों का स्थल है।

- प्रीटी

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