सफलता को स्थाई मान कर नहीं चल रहीं प्रियंका चोपड़ा
हाल ही में प्रियंका चोपड़ा जोनस के साथ भारत आईं और उन्हें अपनी माँ से मिलवाया। इसके बाद दोनों गोवा में छुट्टी मनाने भी पहुँचे। दोनों आकाश अंबानी की प्री-एंगेजमेंट पार्टी में पहुंचे और छा गये।
देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा अपने विदेशी दोस्त निक जोनस से अपने प्यार को छिपा नहीं रही हैं। हाल ही में वह जोनस के साथ भारत आईं और उन्हें अपनी माँ से मिलवाया। इसके बाद दोनों गोवा में छुट्टी मनाने भी पहुँचे। दोनों आकाश अंबानी की प्री-एंगेजमेंट पार्टी में पहुंचे और छा गये। प्री-एंगेजमेंट पार्टी अंबानी निवास में आयोजित की गई थी। प्रियंका लाल रंग की साड़ी पहन कर इवेंट में पहुंचीं थीं और दोनों ने फोटोग्राफरों को खूब पोज दिये। अभी हालांकि प्रियंका शादी के बारे में कुछ नहीं कह रही हैं लेकिन अटकलों का दौर तो शुरू हो ही गया है।
प्रियंका ने अपनी दिनचर्या को लेकर हाल ही में बताया था कि उनका जीवन उनके कार्यक्षेत्र में तब्दील हो गया है जिसमें वह अपने अनुसार अभ्यास करती हैं। वह बताती हैं कि मैं दिन में कम-से-कम 16 से 18 घंटे काम करती हूं। मैं उस बीच कभी भी आराम से बैठती नहीं हूं- शूटिंग के सेट, मेक-अप ट्रेलर के बीच बस भाग-दौड़ करती रहती हूं। एक कार्यक्रम खत्म करके दूसरे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भागती रहती हूं, यह भी एक तरह की कसरत ही है। मेरा जीवन ही मेरा जिम है और मेरा कार्यक्षेत्र भी है। अभिनेत्री का कहना है कि वह अपने चेहरे, त्वचा, शरीर और मस्तिष्क को लेकर काफी सजग रहती हैं। प्रियंका यूनिसेफ की तरफ से विश्व सद्भावना दूत भी हैं। इसको वह बड़ी जिम्मेदारी मानते हुए कहती हैं कि मैं अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखूंगी।
वह कहती हैं कि मेरा मानना है कि आप जो हैं वही रहें। मैं सफलता को स्थाई मान कर नहीं चलती और किसी को ऐसा करना भी नहीं चाहिए। पलक झपकते यह सफलता गायब हो जाएगी। मुझे यकीन है कि एक दिन यह मेरे पास से भी चली जाएगी। लेकिन मैं उन लोगों में हूं जिन्होंने सफलताएं हासिल की हैं, इसलिए आपको अलग-अलग चीजों में सक्षम बनना होगा। वह कहती हैं कि आज समय बदल गया है और उन लोगों के लिए ढेर सारे अवसर हैं जो इसे दोनों हाथों से लपकने के लिए तैयार हैं।
प्रियंका बताती हैं कि चाहे वह ‘फैशन’ हो, ‘ऐतराज’ हो या फिर ‘मेरीकॉम’, मैंने हमेशा मजबूत एवं महत्वपूर्ण चरित्र निभाए हैं। मेरे लिए बड़ा सवाल यह है कि लोगों को यह लगे कि अभिनेत्रियां जिम्मेदारी वाली भूमिकाएं कर सकती हैं। दुनिया को महिला एवं पुरूष कलाकारों को एक जैसे देखना शुरू कर देना चाहिए। यही मेरा लक्ष्य है।
प्रियंका बताती हैं कि अभिनय तो उन्होंने अचानक ही शुरू कर दिया क्योंकि मिस वर्ल्ड बनने के बाद वह फिल्मों की दुनिया में आईं। हालांकि पहले उन्होंने अभिनय के बारे में नहीं सोचा था। वह बताती हैं कि एक प्रमुख फिल्म पत्रिका पढ़ रही थी जिसमें अमिताभ बच्चन का साक्षात्कार था। उन्होंने कहा था कि एक फिल्म में हम कितने सीन करते हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि फिल्म देखने के बाद थिएटर से बाहर आते समय लोग आपको याद रखें। वह बताती हैं कि कमर्शियल हिन्दी सिनेमा में महिला कलाकारों के पास करने के लिए बहुत कुछ नहीं होता। लेकिन मुझे लगता है कि मैं भाग्यशाली हूं क्योंकि अब तक मैंने छोटे बड़े जो भी रोल किए हैं वह मेरे लिए अच्छे ही रहे।
-प्रीटी
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