नोट बंद होने से परेशान न हों, यह बेहतरी के लिए है
सरकार ने कालेधन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का ऐलान करते हुए 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया है। अर्थव्यवस्था में नये नोटों को चलन में लाने के लिए सरकार ने हालाँकि पर्याप्त इंतजाम किये हैं लेकिन शुरुआती अफरातफरी का दौर जारी है। इस पूरे मामले में आम जनमानस के मन में कई सवाल भी कौंध रहे हैं जिनका जवाब दे रहे हैं आर्थिक विशेषज्ञ श्री बी.जे. माहेश्वरी।
सरकार ने कालेधन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का ऐलान करते हुए 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया है। अर्थव्यवस्था में नये नोटों को चलन में लाने के लिए सरकार ने हालाँकि पर्याप्त इंतजाम किये हैं लेकिन शुरुआती अफरातफरी का दौर जारी है। इस पूरे मामले में आम जनमानस के मन में कई सवाल भी कौंध रहे हैं जिनका जवाब दे रहे हैं आर्थिक विशेषज्ञ श्री बी.जे. माहेश्वरी।
प्रश्न- क्या बचत खाते में पुराने नोट कुछ कुछ दिनों के अंतराल में जमा कराने होंगे या सारे नोट एक बार में ही जमा कराए जा सकते हैं?
उत्तर- हालांकि 30 दिसम्बर तक अपने खाते में पुराने नोट जमा करा सकते हैं। फिर भी एक ही बार में जमा कराना बेहतर होगा, इससे आपके कैश के व्यवहार को संदेह की दृष्टि से नहीं देखा जायेगा।
प्रश्न- एक बार में पुराने नोट जमा कराने की क्या कोई अधिकतम सीमा भी है?
उत्तर- आपके पास पड़ी पुराने नोटों की शक्ल में वह रकम जो आपके अभिलेखों/ बही खातों से मेल खाती है, आप खाते में जमा करा सकते हैं।
प्रश्न- क्या जो लोग नोट जमा कराएंगे उनका रिकॉर्ड आरबीआई को भी भेजा जाएगा?
उत्तर- पुराने नोटों को खाते में जमा कराने वालों का रिकॉर्ड आरबीआई को नहीं भेजा जायेगा, किंतु रुपये 2 लाख से ज्यादा किसी भी एक एकाउंट में जमा कराने पर आयकर विभाग को सूचित किया जायेगा।
प्रश्न- क्या नए नोट लेने और पुराने नोट जमा कराने, दोनों के लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है?
उत्तर- पुराने नोटों को बदलकर नई करेंसी लेने पर (खाते में जमा कराने पर नहीं) अर्थात् एक्सचेंज करने के लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है।
प्रश्न- क्या इस आईडी प्रूफ का दुरुपयोग होने से बचाने के लिए हम इसमें अपनी जानकारी लिख सकते हैं?
उत्तर- किसी आईडी प्रूफ का दुरुपयोग होने से बचने के लिए आप उसकी कॉपी पर अपनी जानकारी लिखें और उस कारण को भी लिखें जिसके लिए आप वह जिरॉक्स कॉपी दे रहे हैं।
प्रश्न- आईडी प्रूफ के लिए क्या-क्या दस्तावेज दिये जा सकते हैं?
उत्तर- आईडी प्रूफ के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, और एनआरईजीए कार्ड दिये जा सकते हैं।
प्रश्न- क्या पैसे बच्चों के बचत खाते में भी जमा कराये जा सकते हैं?
उत्तर- खाता यदि माइनर का है जो जमा की गई रकम माता-पिता/ गार्जियन की आय में जुड़ जायेगी।
प्रश्न- क्या पति या पत्नी के बचत खाते में पुराने नोट जमा कराने के लिए कोई अथॉरिटी लैटर लेकर जाना होगा?
उत्तर- व्यक्तिगत खातों के लिए अथॉरिटी लैटर की जरूरत नहीं है।
प्रश्न- यदि रिश्तेदार अपने पैसे हमारे खाते में जमा कराने का आग्रह करें तो हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर- रिश्तेदारों को आपके खाते में पैसे जमा कराने के आग्रह को आप विन्रमतापूर्वक मना कर दें।
प्रश्न- कितने रुपए तक जमा कराने पर टैक्स नहीं देना होगा?
उत्तर- ऐसी कोई भी रकम, जो आपके अभिलेखों/बही खातों से मेल खाती हो, जमा कराने पर टैक्स नहीं देना होगा, उसके ऊपर की रकम पर टैक्स देना होगा।
प्रश्न- मैंने वर्षों से घर में रुपए बचा बचा कर रखे थे अब मैं बैंक को उस रकम का स्रोत क्या बताऊँ?
उत्तर- घर में वर्षों से बचा बचाकर रखे गये रुपयों का स्रोत आप सेविंग्स बता सकते हैं।
प्रश्न- जो रकम अब जमा कराएंगे वह यदि आय के ज्ञात स्रोत से मैच नहीं हुई तो क्या संशोधित आयकर रिटर्न भरना होगा?
उत्तर- जमा कराई गई रकम यदि आप के स्रोत से मेल नहीं खाती है तो आप अपना आयकर रिटर्न संशोधित न करें, बल्कि उसे आगामी रिटर्न में शामिल कर लें।
प्रश्न- 30 दिसंबर के बाद जो घोषणापत्र देना होगा क्या वह अभी उपलब्ध है?
उत्तर- 30 दिसंबर के बाद दिया जाने वाला घोषणापत्र अभी उपलब्ध नहीं है।
प्रश्न- क्या चेक से भुगतान अथवा ऑनलाइन पेमेंट पर नयी व्यवस्था का कुछ असर है? क्या हमें आठ नवंबर 2016 के पहले के चेक स्वीकार करने चाहिए?
उत्तर- नई व्यवस्था से चेक, ऑनलाइन, बैंकिंग चैनल द्वारा भुगतान ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित होंगे। आठ नवंबर से पहले के चेक स्वीकार कर सकते हैं, उसमें कोई परेशानी नहीं है।
प्रश्न- रेलवे के टिकट तीन महीने पहले बुक कराए जा सकते हैं क्या हम इसके लिए पुराने नोट का इस्तेमाल कर सकते हैं? क्या टिकट बुक कराने के लिए पैन नंबर देना होगा?
उत्तर- रेलवे टिकट बुक करने के लिए पुराने नोटों का इस्तेमाल केवल 11 नवंबर तक ही कर सकते हैं। और आपको पैन नंबर देना होगा।
प्रश्न- क्या 2000 रुपए के नये नोट में जीपीएस की चिप लगी हुई है?
उत्तर- 2000 रुपए के नोट में जीपीएस की चिप नहीं लगी है।
प्रश्न- सरकार ने यह फैसला अचानक क्यों किया? क्या इसके लिए कुछ मोहलत नहीं दी जानी चाहिए थी?
उत्तर- इस फैसले के पीछे सरकार का उद्देश्य काले धन के जमाखोरों को हतोत्साहित करना, आतंकवादियों का वित्त पोषण रोकना और कोई भी अवैध वित्तीय व्यवहार को रोकना है। मोहलत देने से उद्देश्य शायद पूरा नहीं होता।
प्रश्न- इस फैसले से कालेधन पर कैसे रोक लगेगी?
उत्तर- इस फैसले से वर्तमान काला धन जो नगद की शक्ल में जमाखोरों के पास है सारा अवैध करेंसी की वजह से बेकार हो जायेगा। भविष्य में लोग रिश्वत लेने और करप्शन से बचेंगे।
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