''बाहुबली-2'' भारतीय सिनेमा की सबसे ऊँची उड़ान

प्रीटी । May 2 2017 12:36PM

यदि आपने पहली फिल्म देखी है तो उसके अन्य रहस्य भी इस फिल्म को देखने के बाद आपको समझ आ जाएंगे। यदि आपने पहली फिल्म नहीं देखी है तो अच्छा होगा कि बाहुबली-2 देखने से पहले उसे देख लें।

इस सप्ताह प्रदर्शित 'बाहुबली 2: द कन्क्लूजन लोगों के मन में दो सालों से चल रहे उस प्रश्न का उत्तर दे देगी कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा। यदि आपने पहली फिल्म देखी है तो उसके अन्य रहस्य भी इस फिल्म को देखने के बाद आपको समझ आ जाएंगे। यदि आपने पहली फिल्म नहीं देखी है तो अच्छा होगा कि बाहुबली-2 देखने से पहले उसे देख लें क्योंकि तभी आपके मन में वह प्रश्न कौतूहलता के साथ दौड़ता रहेगा कि आखिर कट्प्पा ने बाहुबली को क्यों मारा था। जहां तक निर्देशन की बात है तो एस.एस. राजामौली इस फिल्म को इतना आगे ले गये हैं कि किसी बड़े से बड़े बॉलीवुड निर्माता के लिए उसकी बराबरी करना मुश्किल होगा। फिल्म सिर्फ कथानक ही नहीं अपने भव्य सेटों और निर्देशक की कल्पना शक्ति के लिहाज से हॉलीवुड फिल्मों से किसी भी रूप में कमतर नहीं है।

फिल्म की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पहली की खत्म हुई थी। उसमें दिखाया गया था कि अमरेंद्र बाहुबली (प्रभास) और भल्लाल देव (राणा दग्गुबाती) चचेरे भाई हैं, लेकिन दोनों का लालन-पोषण एक ही मां शिवगामी देवी (रमैया कृष्णन) ने किया है। रानी शिवगामी महिष्मति राज्य का शासन भी संभालती हैं। इस फिल्म में दिखाया गया है कि शिवकामी भले ही भल्लाल देव की सगी मां हैं लेकिन वह राज्य की बागडोर बाहुबली को सौंपना चाहती हैं। वह चाहती हैं कि बाहुबली राजा बनने से पहले एक बार देश का दौरा कर सबका हाल जान ले इस क्रम में बाहुबली की मुलाकात एक अन्य राज्य की राजकुमारी से होती है और वह उस पर मोहित हो उठता है। दूसरी ओर जब भल्लाल देव को यह बात पता चलती है तो वह बाहुबली से छुटकारा पाने के लिए एक बड़ा षड्यंत्र बुनता है जिसमें उसे कदम दर कदम सफलता मिलती जाती है और वह आखिरकार राजा बन जाता है। लेकिन जैसा कि बुरे का अंत बुरा ही होता है वह इस फिल्म में भी दिखाया गया है।

अभिनय के मामले में किसी को कम नहीं आंका जा सकता फिर भी बाहुबली के रोल में प्रभास लंबे समय तक याद किये जाएंगे। राणा दग्गुबाती का काम भी दर्शकों को पसंद आयेगा। अनुष्का शेट्टी ने भी फिल्म में बहुत मेहतन की है। वह सुंदर भी लगी हैं और एक्शन दृश्यों में जमी भी हैं। तमन्ना भाटिया सामान्य रहीं। रमैया कृष्णन अपना प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं। फिल्म का प्रमुख पात्र कटप्पा एक बार फिर जानदार रहा। फिल्म का गीत संगीत सामान्य है। फिल्म के भव्य सेट फिल्म को और भव्यता प्रदान करते हैं। युद्धों के दृश्य काफी प्रभावी बन पड़े हैं। हॉलिवुड ऐक्शन डायरेक्टर पीटर हिन की मेहनत फिल्म में प्रभास के ऐक्शन में नजर आयी। निर्देशक राजामौली इस बात के लिए बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने भारतीय फिल्मों को एक नया स्तर प्रदान किया।

कलाकार- प्रभास, अनुष्का शेट्टी, राणा दग्गुबाती, तमन्ना भाटिया और निर्देशक- एस.एस. राजामौली।

प्रीटी

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