''रुस्तम'' में अभिनेता अक्षय कुमार का दमदार अभिनय
अभिनय के मामले में अक्षय पूरी फिल्म में इक्कीस साबित हुए हैं। उनकी पिछली कुछ फिल्मों पर नजर डालें तो पता चलता है कि वह विभिन्न तरह के किरदार निभाने में माहिर हैं।
इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'रुस्तम' अभिनेता अक्षय कुमार की बेहतरीन फिल्मों में से एक है। फिल्म की कहानी लगभग साढ़े पांच दशक पूर्व हुए नानावटी केस पर आधारित है। उस समय इस मर्डर मिस्ट्री ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इसी कहानी पर आर.के. नैयर 'ये रास्ते हैं प्यार के' और विनोद खन्ना अभिनीत 'अचानक' आ चुकी हैं लेकिन कहा जा सकता है कि रुस्तम इन सबमें बेहद उम्दा है। 15 अगस्त से पहले जबकि कई छुटि्टयां लगातार मिल रही हैं, ऐसे में इस फिल्म को अच्छा बिजनेस मिलने की संभावना है। इसके साथ ही प्रदर्शित हुई 'मोहन जोदारो' को 'रुस्तम' के चलते नुकसान तय माना जा रहा है।
फिल्म की कहानी काफी रोचक है। रुस्तम पावरी (अक्षय कुमार) भारतीय नौसेना में कमांडर है। वह अपनी पत्नी सिंथिया पावरी (इलियाना डीक्रूज़) के साथ खुशी से जिंदगी गुजार रहा है। उसे एक गुप्त मिशन पर बाहर भेजा जाता है। इस बीच उसकी पत्नी सिंथिया की नजदीकी शहर के अमीर और रंगीनमिजाज सिंधी व्यापारी विक्रम मखीजा (अरजन बाजवा) के साथ बढ़ने लगती हैं। इस रिश्ते को विक्रम की बहन प्रीति मखीजा (ईशा गुप्ता) बढ़ावा देती है। यह नजदीकियां बहुत जल्दी ही अवैध संबधों में बदल जाती है। 'रुस्तम' जब वापस लौटता है तो अपनी पत्नी को नहीं पाकर इधर उधर ढूंढता है तो उसे सिंथिया को विक्रम मखीजा के लिखे कुछ लव लेटर मिलते हैं और इन्हीं लव लेटर से रुस्तम को पता चलता है कि सिंथिया के विक्रम मखीजा के साथ नाजायज संबध हैं। वह नेवी ऑफिस जाकर रिवॉल्वर इशू कराता है और विक्रम के घर पहुंच कर उसे गोली मार देता है। विक्रम की हत्या के बाद रुस्तम पुलिस स्टेशन जाकर गुनाह कुबूल कर लेता है। विक्रम की बहन किसी भी सूरत में रुस्तम को सख्त सजा दिलवाना चाहती है। अब इस केस के साथ पारसी और सिंधी वर्ग के प्रभावशाली लोगों के अलावा मीडिया और आम लोग जुड़ते चले जाते हैं जिससे केस अहम हो जाता है।
अभिनय के मामले में अक्षय पूरी फिल्म में इक्कीस साबित हुए हैं। उनकी पिछली कुछ फिल्मों पर नजर डालें तो पता चलता है कि वह विभिन्न तरह के किरदार निभाने में माहिर हैं और अन्य अभिनेताओं की तरह किसी खास एक इमेज में बंधे हुए नहीं हैं। नेवल कमांडर की ड्रेस में अक्षय लाजवाब दिखे। ईशा गुप्ता ने भी अच्छा काम किया है। इलियाना डीक्रूज ठीकठाक रहीं। कुमुद मिश्रा, अर्जन बाजवा ने अपने किरदार को बस निभा भर दिया, वकील के रोल में सचिन खेडेकर लोगों को पसंद आएंगे। फिल्म का गीत संगीत कहानी के मिजाज के मुताबिक है। निर्देशक की खास बात यह रही कि वह पचास के दशक का माहौल पर्दे पर बड़ी खूबसूरती के साथ दिखाने में कामयाब रहे। पटकथा सशक्त थी इसका फायदा निर्देशक को मिला है।
कलाकार- अक्षय कुमार, ईशा गुप्ता, इलियाना डीक्रूजा, सचिन खेडेकर, अरजन बाजवा, पवन मल्होत्रा।
निर्देशक- टीनू देसाई।
प्रीटी
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