अनुष्का शर्मा के ''परी'' रूप को देखने नहीं जाएं कमजोर दिलवाले

film review of pari
प्रीटी । Mar 5 2018 1:23PM

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म ''परी'' के टाइटिल को देख कर ही फिल्म देखने नहीं चले जाएं। यह एक बेहद डरावनी फिल्म है और कमजोर दिलवालों को इस फिल्म को देखने से दूर रहना चाहिए।

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'परी' के टाइटिल को देख कर ही फिल्म देखने नहीं चले जाएं। यह एक बेहद डरावनी फिल्म है और कमजोर दिलवालों को इस फिल्म को देखने से दूर रहना चाहिए। यह बॉलिवुड की ऐसी उम्दा हॉरर फिल्मों में से एक है जो दर्शकों की रुह कंपा देने का माद्दा रखती हैं। यदि शौकिया हॉरर फिल्में देखते हैं तो भी बता दें कि इस फिल्म के कई दृश्य आपके दिलो दिमाग पर ऐसे बैठ जाएंगे कि अकेले में आप डर जायेंगे। अनुश्का शर्मा की शादी के बाद यह पहली फिल्म है और उन्होंने उम्दा अभिनय से दिखा दिया है कि वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक हैं। इससे पहले 'फिल्लौरी' में भी अनुष्का भूतनी के रोल में थीं लेकिन वह भूतनी खूबसूरत और मजाकिया थी और अब वह खौफनाक किरदार में हैं।

फिल्म की कहानी शुरू होती है अर्नब (परमब्रत चैटर्जी) और पियाली (रिताभरी चक्रवर्ती) की मुलाकात से। इन दोनों के परिवार ने इनकी शादी के लिए रजामंदी दे दी है इसलिए यह दोनों मुलाकात कर रहे हैं कि एक दूसरे को जान सकें। मुलाकात के बाद जब अर्नब घर लौट रहा होता है तो रास्ते में उसका सामना एक अजीबोगरीब घटना से होता है और तभी उसे रुखसाना (अनुष्का शर्मा) मिलती है। उसकी हालत बेहद दयनीय है और वह गंदे और फटे कपड़ों में है। अर्नब उसे उसके घर छोड़ने की बात कहता है तो वह तैयार हो जाती है और उसकी गाड़ी में बैठ कर चल देती है। अचानक वह जंगल के बीचोंबीच उतरने की जिद करने लगती है। वहां से उतर कर वह अपने पुराने से घर आ जाती है। जहां उसे ढूंढ़ने के लिए प्रोफेसर हासिम अली (रजत कपूर) अपने आदमियों के साथ पहुंचता है। रुखसाना उसको देख कर वहां से भाग जाती है और अर्नब के घर आ जाती है। अर्नब उसका ख्याल रखता है। लेकिन जब प्रोफेसर अली वहां पहुंच कर उसे रुखसाना का सच बताता है तो अर्नब हैरान रह जाता है।

अभिनय के मामले में रजत कपूर का जवाब नहीं। वह गजब के अभिनेता हैं। उनका काम दर्शकों को बहुत भायेगा। अनुष्का शर्मा की जितनी तारीफ की जाये कम है। यह अभिनय के लिहाज से उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्म है। परमब्रत चैटर्जी और रिताभरी चक्रवर्ती का काम भी बहुत अच्छा है। फिल्म का कैमरा वर्क कमाल का है। बैकग्राउंड म्यूजिक भी शानदार है। कहानी पर निर्देशक की पकड़ शुरू से लेकर अंत तक है। फिल्म के कई दृश्य बेहद डरावने हैं और आम हॉरर फिल्मों से हटकर हैं। शायद यह भयावह दृश्य कहानी के लिहाज से जरूरी थे इसलिए सेंसर बोर्ड ने इस पर कैंची नहीं चलाई। निर्देशक प्रोसित रॉय की यह पहली फिल्म है और एक उम्दा फिल्म बनाने के लिए वह निश्चित ही बधाई के पात्र हैं।

कलाकार- अनुष्का शर्मा, परमब्रत चैटर्जी, रजत कपूर, रितांभरी चक्रवर्ती और निर्देशक- प्रोसित रॉय।

प्रीटी

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