मेरी प्यारी बिंदु में सिर्फ परिणीति ही याद रहती हैं
दूसरे भाग में जाकर कहानी कुछ ट्रैक पर आती है। फिल्म की खास बात यह है कि इसमें अभिनेत्री परिणति चोपड़ा ने अभिनय करने के साथ-साथ गाने भी गाये हैं। गीतों का फिल्मांकन मन को भाता है।
इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'मेरी प्यारी बिंदु' निर्देशक आकाश रॉय की पहली फिल्म है। सुप्रतिम सेनगुप्ता की कहानी को निर्देशक ने पर्दे पर उतारने में मेहनत तो की है लेकिन फिल्म का पहला भाग इतनी सुस्त रफ्तार से आगे बढ़ता है कि दर्शकों को बोरियत होने लगती है। दूसरे भाग में जाकर कहानी कुछ ट्रैक पर आती है। फिल्म की खास बात यह है कि इसमें अभिनेत्री परिणति चोपड़ा ने अभिनय करने के साथ-साथ गाने भी गाये हैं। गीतों का फिल्मांकन मन को भाता है।
फिल्म की कहानी नॉवेल लेखक अभिमन्यु रॉय (आयुष्मान खुराना) और बचपन से सिंगर बनने की चाहत रखने वाली बिंदु शंकरनारायणन (परिणीति चोपड़ा) की प्रेम कहानी है, जो कि अस्सी के दशक में शुरू होकर तमाम खट्टे-मीठे मोड़ लेती हुई आज के दौर तक जारी रहती है। सीधे-सादे अभिमन्यु और अपनी धुन में मस्त रहने वाली चुलबुली बिंदु की प्रेम कहानी पर सवार होकर फिल्म की कहानी कोलकाता से शुरू होकर ऑस्ट्रेलिया, मुंबई, पेरिस और बेंगलुरु जाती है और आखिरकार कोलकाता लौट आती है। जहां फिल्म के दौरान बार-बार मिलते-बिछड़ते प्रेमियों का आखिरकार जुदा अंदाज में मिलन होता है।
अभिनय के मामले में परिणीति ने अच्छा काम किया है। असल जिंदगी में भी बिंदास नजर आने वाली परिणीति ने चुलबुली लड़की के किरदार को मेहनत से निभाया है, जो कि आजकल के युवाओं की तरह अपनी मंजिल को लेकर कनफ्यूज है। दूसरी ओर टाइप राइटर पर तीन सालों से अपना लवस्टोरी नॉवेल लिखने के लिए जूझ रहे राइटर के रोल में आयुष्मान ने अच्छा काम किया है। अन्य कलाकार सामान्य रहे। फिल्म का गीत संगीत अच्छा बन पड़ा है और कहानी को आगे बढ़ाता है। फिल्म देखकर बाहर निकलेंगे तो परिणीति के गाने के अलावा कुछ और आपको याद नहीं रहेगा और याद रखना भी नहीं चाहेंगे।
कलाकार- परिणीति चोपड़ा, आयुष्मान खुराना और निर्देशक- आकाश रॉय
प्रीटी
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