रूटीन बॉलीवुड फिल्मों से हटकर है ''जग्गा जासूस''
इससे पहले रणबीर कपूर के साथ ''बर्फी'' जैसी बेहतरीन फिल्म बना चुके निर्देशक अनुराग बसु इस बार पारिवारिक म्यूजिकल फिल्म लेकर आये हैं और इसे जरूर देखा जाना चाहिए।
इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'जग्गा जासूस' रूटीन बॉलीवुड फिल्मों से हट कर है। इससे पहले रणबीर कपूर के साथ 'बर्फी' जैसी बेहतरीन फिल्म बना चुके निर्देशक अनुराग बसु इस बार पारिवारिक म्यूजिकल फिल्म लेकर आये हैं और इसे जरूर देखा जाना चाहिए। फिल्म का एक सबसे सशक्त पक्ष इसकी खूबसूरत सिनेमेटोग्राफी है पूरी फिल्म के दौरान आपके मुंह से यही निकलता रहेगा कि क्या खूबसूरत लोकेशन है। यह बतौर निर्माता रणबीर कपूर की पहली फिल्म है। तीन से छह महीने में फिल्म बनकर तैयार हो जाने वाले इस युग में यह फिल्म लगभग तीन साल में बन कर प्रदर्शित हो पाई है। इस फिल्म के निर्माण के शुरुआती दौर में ही रणबीर का कैटरीना से ब्रेकअप हो गया था लेकिन फिल्म में दोनों की कैमेस्ट्री इतनी अच्छी रही है कि निजी संबंधों में दूरी का कोई असर नहीं दिखाई पड़ता।
फिल्म एक अनाथ और हकले बच्चे जग्गा (रणबीर कपूर) की कहानी है। उसे एक नर्स पाल रही है। एक बार उसकी मुलाकात अस्पताल में आये एक मरीज बागची उर्फ टूटी फ्रूटी (शाश्वत चटर्जी) से होती है। वह उसे गाकर अपनी बात रखने का तरीका सिखाता है तो जग्गा को यह बहुत अच्छा लगता है। वह जग्गा को लेकर अपने साथ अपने घर चला जाता है। लेकिन एक दिन उसके घर पर पुलिस का छापा पड़ जाता है तो वह जग्गा को लेकर भाग जाता है और उसका दाखिला मणिपुर के एक बोर्डिंग स्कूल में करा देता है। बागची जहां भी होता है वहां से वह जग्गा के जन्मदिन पर उसे एक ऑडियो कैसेट भेजता था जिसमें जीवन के लिए सीख होती थी। जग्गा अपने स्कूली दिनों से ही जासूसी में शौक रखता है और स्कूल के कई केस भी सुलझाता है। जग्गा की मुलाकात खोजी पत्रकार श्रुतिसेन गुप्ता (कैटरीना कैफ) से होती है, वह एक मामले की खोजबीन कर रही है। जग्गा श्रुति की मदद करता है। इसी बीच जग्गा को पता चलता है कि जिसे वह टूटी-फ्रूटी कहता है, वह असल में कोलकाता का प्रोफेसर बादल बागची है। उसकी तलाश में वह कोलकाता पहुंच जाता है। वहां पुलिस से उसे जो जानकारी मिलती है उसके आधार पर वह आगे बढ़ना शुरू करता है तो उसका सामना हथियारों की स्मगलिंग करने वाले एक बड़े गैंग से होता है।
अभिनय के मामले में रणबीर कपूर ने 'बर्फी' के बाद एक बार फिर शानदार काम किया है। इस फिल्म में उनके अभिनय को लंबे समय तक याद किया जायेगा। कैटरीना कैफ सुंदर तो बहुत लगी हैं लेकिन अभिनय नहीं कर पाई हैं। सौरभ शुक्ला, शाश्वत चटर्जी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी का काम दर्शकों को खूब पसंद आयेगा। फिल्म के दो तीन गाने आजकल काफी हिट हो रहे हैं। निर्देशक ने कहानी को कहीं भी पटरी से उतरने नहीं दिया है और शुरू से लेकर अंत तक फिल्म दर्शकों को बांधे रखती है। निर्देशक अनुराग बसु की यह फिल्म एक बार जरूर देखनी चाहिए।
कलाकार- रणबीर कपूर, कैटरीना कैफ, सौरभ शुक्ला, शाश्वत चटर्जी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी (गेस्ट रोल) और निर्देशक अनुराग बसु।
प्रीटी
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