''नाम शबाना'' में सिर्फ तापसी पन्नू ही कमाल दिखा सकीं

प्रीटी । Apr 3 2017 3:26PM

फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि शबाना खान (तापसी पन्नू) बचपन से ही घर में अपने माता-पिता को झगड़ते हुए देख रही है। उसके माता-पिता की हालांकि लव मैरिज है।

अकसर आपने किसी फिल्म का सीक्वेल आने की बात सुनी या देखी होगी लेकिन इस सप्ताह प्रदर्शित 'नाम शबाना' की खास बात यह है कि यह बॉलीवुड की पहली ऐसी फिल्म है जोकि किसी फिल्म का प्रीक्वल है। जी हाँ, अक्षय कुमार की फिल्म 'बेबी' से पहले की कहानी पर आधारित है 'नाम शबाना'। निर्देशक शिवम नायर की इस फिल्म के जरिये अभिनेत्री तापसी पन्नू ने दर्शकों को 'पिंक' के बाद एक बार फिर बता दिया है कि यदि उन्हें मौके अच्छे मिलें तो वह अपने को बार-बार बेहतरीन अभिनेत्री साबित कर सकती हैं। यह फिल्म शुरू से लेकर अंत तक तापसी के कंधों पर ही टिकी है। फिल्म में अक्षय कुमार मात्र 15-20 मिनट ही दिखाई दिये हैं।

फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि शबाना खान (तापसी पन्नू) बचपन से ही घर में अपने माता-पिता को झगड़ते हुए देख रही है। उसके माता-पिता की हालांकि लव मैरिज है लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही उसके पिता ने शराब के नशे में अपनी पत्नी को मारना पीटना शुरू कर दिया था। शबाना अपनी मां को पिटते देखती थी तो परेशान हो जाती थी और बार-बार जाकर उसे बचाया करती थी लेकिन एक दिन शबाना के सब्र का पैमाना टूट गया। जब उसने मां को बुरी तरह पिटते देखा तो पिता के सिर पर ऐसा वार किया कि उसकी वहीं मौत हो गयी। शबाना को पुलिस ने बाल अदालत में पेश किया जहां से उसे दो साल की सजा हो गयी। वहां से निकलने के बाद पढ़ाई के साथ-साथ शबाना ने जूडो कराटे भी सीखा। स्पेशल टाक्स फोर्स के चीफ रणवीर सिंह (मनोज बाजपेयी) की नजरें उसी वक्त से शबाना पर टिकी हुई थीं जब उसने अपने पिता को मारा था। एक दिन शबाना के प्रेमी की हत्या हो जाती है और सुबूतों के अभाव में कातिल छूट जाता है तो रणबीर शबाना की मदद करता है। वह कातिल से बदला लेती है। रणबीर शबाना की प्रतिभा का कायल है वह उसे स्पेशल टास्क फोर्स में जोड़ लेता है और एक बड़े मिशन पर मलेशिया भेजता है। जहां उसका सामना बड़े आतंकी संगठनों से होता है। उनसे निपटने में उसकी मदद के लिए वहां पहले से ही जांबाज ऑफिसर अजय (अक्षय कुमार) और शुक्ला जी (अनुपम खेर) मौजूद हैं।

फिल्म में तापसी ने कमाल का काम किया है। यकीनन वह बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से हैं। मनोज वाजपेयी का काम भी दर्शकों को खूब पसंद आयेगा। वह अपने रोल में छा गये हैं। अक्षय कुमार और अनुपम खेर सामान्य रहे। मुरली शर्मा, डैनी और अन्य कलाकारों का काम ठीकठाक रहा। फिल्म का गीत-संगीत कहानी को आगे बढ़ाता है। फिल्म के संवाद कई जगह काफी प्रभावी हैं। निर्देशक के रूप में शिवम नायर इंटरवेल के बाद कहानी को बांधे रखने में नाकाम रहे। फिर भी फिल्म में तापसी के काम को देखने के लिए दर्शकों को एक बार यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।

कलाकार- तापसी पन्नू, अक्षय कुमार, मनोज बाजपेयी, अनुपम खेर, डैनी, मुरली शर्मा और निर्देशक- शिवम नायर।

प्रीटी

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़