साहस और गौरव से भर देने वाली कहानी है ''पूर्णा''

प्रीटी । Apr 3 2017 3:25PM

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म ''पूर्णा'' खुद भी देखनी चाहिए और बच्चों को भी दिखानी चाहिए क्योंकि अदम्य साहस से भरपूर एक साधारण लड़की की कहानी सभी को प्रेरणा देती है।

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'पूर्णा' खुद भी देखनी चाहिए और बच्चों को भी दिखानी चाहिए क्योंकि अदम्य साहस से भरपूर एक साधारण लड़की की कहानी सभी को प्रेरणा देती है। पिछले दिनों जब राष्ट्रपति भवन में इस फिल्म की स्क्रीनिंग की गयी थी तो देश के राष्ट्रपति भी फिल्म देखकर भावुक हो गये थे। कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी इस फिल्म को काफी सराहा जा चुका है। अभिनेता राहुल बोस की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने एक साधारण लड़की की कहानी पर फिल्म बनाने का साहस दिखाया। यही नहीं शून्य से नीचे के तापमान वाले इलाके में शूटिंग करके अपनी जीवटता का भी परिचय दिया है। 

फिल्म की कहानी 25 मई 2014 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाली सबसे कम आयु की लड़की पूर्णा मालावत की महान उपलब्धि पर आधारित है। कहानी में दिखाया गया है कि पूर्णा मालावत (अदिति इनामदार) हैदराबाद के एक गांव में रहती है। पूर्णा और उसकी चचेरी बहन प्रिया काफी गरीब घर से हैं और स्कूल की फीस नहीं दे पाने के कारण दोनों को काफी शर्मिंदा होना पड़ता है। घर से भागने का उनका प्लान फेल हो जाता है और प्रिया की शादी हो जाती है। प्रिया की शादी के बाद पूर्णा के पिता उसे सरकारी स्कूल में दाखिल कराते हैं जहां होस्टल में ही पूर्णा को रहना है। लेकिन स्कूल में ठीक से खाना नहीं मिलता तो पूर्णा स्कूल छोड़ कर भाग जाती है। दूसरी ओर आईपीएस ऑफिसर प्रवीण कुमार (राहुल बोस) पुलिस की नौकरी करने की बजाय शिक्षा के क्षेत्र में आना तय करता है। जब उसे इस सरकारी स्कूल के खराब हालात का पता चलता है तो वह वहां पहुंचता है। यहां पहुंच कर उसे पता चलता है कि खाना नहीं मिलने की वजह से पूर्णा स्कूल छोड़ गयी है। वह पूर्णा के घर जाता है और उसे मनाता है। एक दिन स्कूल का टूर पहाड़ पर जाता है। यहां कोच को लगता है कि पूर्णा एक अच्छी पर्वतारोही बन सकती है। अब पूर्णा की ट्रेनिंग शुरू हो जाती है।

अभिनय के मामले में अदिति ने शानदार काम किया है। इस फिल्म में उनका काम देखने के बाद उन्हें और बड़े-बड़े रोल मिलना तय है। राहुल बोस अपनी भूमिका में फिट रहे। फिल्म के अन्य कलाकारों का काम भी दर्शकों को पसंद आयेगा। फिल्म की खास बात यह है कि कहानी पर निर्देशक की पूरी पकड़ है और कहीं भी यह भटकती हुई नहीं दिखाई दी। फिल्म का गीत संगीत सामान्य है। फिल्म को यदि मनोरंजन की दृष्टि से देखने जाएंगे तो निराश होंगे लेकिन उद्देश्यपरक और शिक्षा देने वाली फिल्मों के शौकीन लोगों को यह फिल्म अवश्य पसंद आयेगी।

कलाकार- राहुल बोस, अदिति इनामदार, मीना गुप्ता, प्रिया और निर्देशक- राहुल बोस

प्रीटी

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