बेगम जान में विद्या बालन का शानदार अभिनय

प्रीटी । Apr 18 2017 12:46PM

भारत-पाक विभाजन की पृष्ठभूमि पर आधारित इस कहानी में बोल्डनेस बहुत ज्यादा है और कहानी की मांग के चलते बोल्ड दृश्यों पर ज्यादा कैंची चलाने से सेंसर बोर्ड भी बचा है।

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'बेगम जान' बांग्ला फिल्म 'राजकहिनी' का हिन्दी रीमेक है। बांग्ला भाषा में यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी इसलिए जब भट्ट कैम्प ने इसका हिन्दी रूपांतरण बनाने का फैसला किया तो निर्देशन की कमान मूल फिल्म के निर्देशक श्रीजीत मुखर्जी को ही सौंपी। खुद श्रीजीत जब बांग्ला फिल्म बना रहे थे तो उसमें विद्या बालन को लेना चाहते थे लेकिन तब यह संभव नहीं हो पाया था और आखिरकार हिंदी वर्जन बनाते समय उनकी इच्छा तब पूरी हो गयी जब लीड किरदार में विद्या बालन फाइनल कर दी गयीं। भारत-पाक विभाजन की पृष्ठभूमि पर आधारित इस कहानी में बोल्डनेस बहुत ज्यादा है और कहानी की मांग के चलते बोल्ड दृश्यों पर ज्यादा कैंची चलाने से सेंसर बोर्ड भी बचा है। पाकिस्तान ने इस फिल्म के अपने यहां प्रदर्शन पर रोक लगा दी है हालांकि अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में इस फिल्म को काफी सराहा जा रहा है।

फिल्म की कहानी बेगम जान (विद्या बालन) के इर्दगिर्द घूमती है। बेगम जिस कोठे की मालकिन हैं, वह ऐसी जगह पर बना हुआ है जिसे बंटवारे के बाद भारत-पाक के बीच बंटवारे की लाइन खींचने और इस इलाके में एक सीमा चौकी बनाने के लिए प्रशासन को अपने कब्जे में लेना है। कोठे में अधेड़ महिला (ईला अरुण) भी रहती है, जिसे सभी लड़कियां दादी मां कहती हैं। बेगम जान पर यहां के राजा जी (नसीरुद्दीन शाह) काफी मेहरबान हैं। इसलिए बेगम जान के इस कोठे पर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर पा रहा। इलाके का कोतवाल (राजेश शर्मा) और मुखिया भी मस्ती के लिए इसी कोठे पर आते हैं। इस कोठे में सब कुछ बेगम की मर्जी से चल ही रहा होता कि अचानक एक दिन सरकारी अफसर दोनों देशों के बीच बंटवारे की लाइन खींचने का काम शुरू करते हैं। बेगम और यहां रहने वाली सभी लड़कियां किसी भी हालात में कोठे को खाली करने को राजी नहीं हैं। बेगम अब राजा जी से मदद मांगती है। लेकिन दूसरी ओर राजा जी खुद ही बेगम को जगह खाली करने को कह देते हैं। इसके बाद कहानी में बेगम का संघर्ष दिखाया गया है।

अभिनय के मामले में विद्या शुरू से लेकर अंत तक छाई रहीं। वह कहानी के केंद्र में हैं इसलिए फुटेज भी उन्हें ही ज्यादा मिली। राजा जी के किरदार में नसीरुद्दीन शाह भी प्रभावी रहे। गौहर खान, पल्लवी शारदा, ईला अरुण, रविजा चौहान, मिष्ठी और अन्य सभी कलाकारों का काम भी दर्शकों को पसंद आएगा। फिल्म का गीत संगीत कहानी के माहौल के मुताबिक है। निर्देशक श्रीजीत ने कहानी को भटकने नहीं दिया हालांकि चालू बॉलीवुड मसाला डालने से वह पूरी तरह परहेज नहीं कर पाये हैं। फिल्म के संवाद कई जगह जानदार बन पड़े हैं। इंटरवल से पहले की फिल्म की रफ्तार कुछ सुस्त है, और बोल्ड दृश्यों की फिल्म में भरमार है।

कलाकार- विधा बालन, नसीरुद्दीन शाह, रजत कपूर, आशीष विधार्थी, चंकी पांडे, पल्लवी शरदा, गौहर खान, ईला अरुण और निर्देशक- श्रीजीत सरकार।

प्रीटी

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़