आलू के छिलके, टमाटर के बीज और शिमला मिर्च के सफेद भाग का नहीं करना चाहिए सेवन, आयुर्वेदिक डॉक्टर ने क्यों दी ये सलाह?
नाइटशेड सब्जियों में एल्कलॉइड नामक सूजन पैदा करने वाले यौगिक पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जहरीले होते हैं। ऐसा नहीं है कि ये सब्जियां सिर्फ जहरीले रसायन से भरी होती है बल्कि इनमें शक्तिशाली औषधीय यौगिक भी पाए जाते हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. वरलक्ष्मी यनमंद्रा ने लोगों को नाइटशेड सब्ज़ियों का सेवन न करने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि लोगों को आलू के छिलके, टमाटर के बीज और शिमला मिर्च के बीज और सफेद हिस्से का सेवन नहीं करना चाहिए। डॉक्टर के अनुसार, ये सभी सब्जियां विषाक्त पदार्थों के परिवार से संबंध रखती है, इसलिए इन्हें नाइटशेड कहा जाता है।
नाइटशेड सब्जियों में एल्कलॉइड नामक सूजन पैदा करने वाले यौगिक पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जहरीले होते हैं। ऐसा नहीं है कि ये सब्जियां सिर्फ जहरीले रसायन से भरी होती है बल्कि इनमें शक्तिशाली औषधीय यौगिक भी पाए जाते हैं। इसलिए इन सब्जियों का सेवन करने का एक सही तरीका होता है, जैसे टमाटर के बीज निकाल उसका सेवन करना चाहिए, शिमला मिर्च का सफेद हिस्सा निकालकर उसका सेवन करें और आलू का सेवन करने से पहले उसके छिलके को निकाल देना चाहिए।
डॉ. यनमंद्रा ने नाइटशेड सब्जियों का सेवन करते समय सावधानी बरतने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, 'आमतौर पर, ये एल्कलॉइड पौधों के कुछ हिस्सों में मौजूद होते हैं। इसलिए आलू के छिलके, टमाटर के बीज और मिर्च के सफ़ेद गूदे को रोजाना खाना हानिकारक माना जाता है। इसलिए नाइटशेड पकाते समय इन्हें हटा देना महत्वपूर्ण है।'