चमगादड़ की तरह दिखने वाला एक अनोखा फूल!

मिताली जैन । Nov 25 2016 12:08PM

दुनिया में एक फूल ऐसा भी है, जिसकी आकृति लोगों को डरा देती है। जी हां, टका चनत्रिएरि प्रजाति के ब्लैक बैट फलावर नाम से प्रसिद्ध यह फूल देखने में चमगादड़ जैसा दिखता है।

फूलों की खुशबू व सुंदरता अनायास ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। शायद यही कारण है कि लोग शादियों, पार्टियों से लेकर अपने घर की बालकनी तक में भी फूल अवश्य लगाते हैं। वैसे तो फूल किसी भी जगह की शोभा को बढ़ाने के ही काम आते हैं, लेकिन दुनिया में एक फूल ऐसा भी है, जिसकी आकृति लोगों को डरा देती है। जी हां, टका चनत्रिएरि प्रजाति के ब्लैक बैट फलावर नाम से प्रसिद्ध यह फूल न सिर्फ देखने में चमगादड़ जैसा दिखता है अपितु इसका रंग भी गहरा बैंगनी है। इसका रंग व आकार ऐसा है कि इसे एक बार देखने वाला व्यक्ति दूसरी बार पलट कर अवश्य देखता है। 

यह ब्लैक बैट नामक यह फूल मुख्यतः थाईलैंड, मलेशिया और दक्षिणी चीन सहित दक्षिण पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह बहुत ही असामान्य व असाधारण दिखने वाला फूल है, जिसके चलते इसे डेविल फलावर अर्थात शैतान के फूल के नाम से भी जाना जाता है। यह अंडरस्टोरी पौधे हैं अर्थात् यह कम से कम साठ प्रतिशत छाया पसंद करते हैं। इनके विकास के लिए उन्हीं परिस्थितियों की आवश्यकता होती है, जैसे किसी आर्किड के लिए। अच्छी तरह से सूखी मिटटी में ही इनके बीज बोए जाते हैं। हालांकि इनके विकास के लिए उच्च आर्द्रता व पर्याप्त जल का होना अनिवार्य है। यह काफी हद तक बैट अर्थात चमगादड़ की तरह दिखता है। इसमें खिलने वाले फूल भी बैंगनी रंग के होते हैं। इन फूलों के ऊपर ब्रेट्स होते हैं जिन्हें देखने पर आभास होता है मानो चमगादड़ के पंख हों। सामान्यतः यह 12 से 15 इंच लम्बा होता है लेकिन इसके फूलों पर कई धागों की तरह मूंछ जैसे दिखने वाले बैक्ट्स होते हैं जिसके कारण इसका आकार तकरीबन 8 से 10 इंच तक बढ़ जाता है। इस प्रकार इनका आकार तकरीबन 28 इंच तक बढ़ सकता है। इन पर पंख की तरह दिखने वाले ब्रेट्स भी गहरे बैंगनी रंग के ही होते हैं। इसके पत्ते हरे व चमकदार होते हैं। यह बैट फलावर तभी खिलना शुरू करता है जब इस पर कम से कम दो पत्तियों का उत्पादन हो जाए। अगर इसे सही वातावरण मिले तो इसमें विकास बहुत अधिक तीव्रता से होता है। एक सीजन में यह 8 गुना तक बढ़ सकता है। यह मुख्यतः फलोरिडा में खिलता है तथा जब गर्मियां खत्म होने की कगार पर होती हैं, तब यह झड़ना प्रारंभ कर देता है। 

इसे उद्यानों में ढूंढना थोड़ा मुश्किल है लेकिन हैलोवीन के आसपास यह बड़ी संख्या में बेचा जाता है। इसे एक हाउसप्लांट के तौर पर भी लगाया जा सकता है। यह घर की शोभा में चार−चांद लगा देता है। वैसे तो इसे कम ही धूप की आवश्यकता होती है लेकिन सर्दियों के मौसम में इसे घर के अंदर या ग्रीनहाउस में शिफ्ट कर देना बेहतर रहता है क्योंकि ठंड इसे बहुत अधिक क्षति पहुंचाती है।

मिताली जैन

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