संकटमोचक होंगे मोबाइल फोन, पैनिक बटन दिलाएगा राहत

सन् 2017 से आप मोबाइल फोन के पांच या नौ नंबर को लंबे समय तक दबाए रखने पर तुरंत ही राहत की उम्मीद कर सकते हैं, यह इमरजेंसी नंबर होगा जिससे आपके पास तुरंत राहत पहुंच सकेगी।

अगर आपके पास मोबाइल फोन है तो आने वाले दिनों में आपको अपने ऊपर आने वाले संकटों से घबराने की जरूरत नहीं है। आपका मोबाइल फोन अब आपको किसी भी संकट के समय सुरक्षित करेगा। जी हां! संकट में फंसे होने पर राहत मांगने के लिए सन् 2017 से आप अपने खरीदे नए मोबाइल के पांच या नौ नंबर को लंबे समय तक दबाए रखने पर तुरंत ही राहत की उम्मीद कर सकते हैं, यह इमरजेंसी नंबर होगा जिससे आपके पास तुरंत राहत पहुंच सकेगी।

देश में बढ़ते हुए अपराधों को देखते हुए हाल ही में मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों को यह आदेश दे दिया गया है कि अब से जो भी मोबाइल फोन बनाए जाएं उनमें पैनिक बटन को आवश्यक रूप से शामिल किया जाना चाहिए। सरकार के इस आदेश के साथ ही अगले साल एक जनवरी से अब केवल वे ही मोबाइल फोन बाजार में बेचे जा सकेंगे जिनमें पैनिक बटन शामिल होगा, जिसके जरिए किसी भी आपातस्थिति में आसानी से फोन किया जा सकेगा।

दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार एक जनवरी 2017 से पैनिक बटन इमरजेंसी कॉल करने का जरिया बनेगा। प्रसाद का कहना है अगले सालों में मोबाइलों में पैनिक बटन की अनिवार्यता तो लागू होगी ही साथ ही एक जनवरी 2018 से सभी मोबाइल फोनों में (इनबिल्ट) जीपीएस नैविगेशन सिस्टम का होना भी आवश्यक कर दिया गया है। 2018 की शुरुआत से ही बाजार में बिकने वाले सभी फोनों में जीपीएस नैविगेशन सिस्टम का लाभ भी उठाया जा सकेगा। इस बारे में अधिसूचना 22 अप्रैल 2016 को जारी कर दी गई है जिसके मुताबिक एक जनवरी 2017 से देश में केवल वही फीचर वाले मोबाइल फोन और स्मार्टफोन बेचे जा सकेंगे जिनमें पांच या नौ नंबर बटन को लंबे समय तक दबाने पर ‘इमरजेंसी कॉल’ का प्रावधान होगा। प्रसाद का कहना है कि ‘प्रौद्योगिकी का एकमात्र उद्देश्य मानव जीवन को बेहतर बनाना है और महिला सुरक्षा के लिए इसके इस्तेमाल से और बेहतर क्या होगा।’’

अवश्य ही मोबाइल फोन के ये दोनों फीचर्स इंसानों को सुरक्षित करने में काफी कारगर होंगे ये न सिर्फ अपराधियों को कमजोर बनाने में मददगार होंगे बल्कि अंजानी दुर्घटनाओं के समय लोगों को राहत पहुंचाने में भी सहायक होंगे।

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