जंगली हाथियों के हमलों से आपको बचा सकती हैं ये मधुमक्खियां

These bees can save you from the attacks of wild elephants

विशालकाय जंगली हाथियों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इन हाथियों का सामना किसी के लिए भी खतरनाक प्राणी से हो सकता है। ये विशाल हाथी ट्रक या बुलडोजर जैसे बड़े से बड़े वाहनों को भी पलट सकते हैं।

दोस्तों, विशालकाय जंगली हाथियों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इन हाथियों का सामना किसी के लिए भी खतरनाक प्राणी से हो सकता है। ये विशाल हाथी ट्रक या बुलडोजर जैसे बड़े से बड़े वाहनों को भी पलट सकते हैं। जंगलों के नजदीक बसे गांव-कस्बों और यहां तक की शहरों में भी जंगली हाथियों के डर से लोग आशंकित रहते हैं। ये हाथी झुंड बनाकर जंगलों के आसपास के इलाकों में इतना उत्पात मचाते हैं कि यहां के निवासियों में हमेशा भय की स्थिति व्याप्त रहती है और गलती से भी यदि कोई व्यक्ति इन जंगली हाथियों के बीच फंस गया तो उसका बच पाना मुश्किल ही है। देशों के कई इलाके तो ऐसे हैं जहां जंगली हाथियों के उत्पात से त्रस्त लोगों को घरों से बाहर जाकर रहने को मजबूर होना पड़ता है। 

किसानों की भी समस्या रही है, फसल के सीजन में वे रात में सो नहीं पाते हैं। उन्हें डर रहता है कि जंगली हाथी कहीं उनकी फसल चौपट न कर जाएं। हाथियों से फसल की रक्षा के लिए किसानों ने खेतों में करंट वाली बाड़ भी लगाईं, ढोल बजवाए और पटाखे भी छोड़े किन्तु हाथियों पर उनका कोई असर नहीं हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि जंगली हाथी भोजन की तलाश में आबादी वाले क्षेत्रों में घुसकर ग्रामीणों के कच्चे घरों और खेतों में तोड़फोड़ मचाते हैं। 

हाथियों के हमलों से बचने के लिए विशेषज्ञों द्वारा कई उपाय किए गए, कई संस्थाएं भी आगे आईं पर ये उपाय या तो काफी खर्चीले थे या पूरी तरह कारगर नहीं थे। लेकिन, हाल ही में अफ्रीका में वैज्ञानिकों के एक अध्ययन के बाद अब कहा जा रहा है कि अब एक छोटे से उपाय से जंगली हाथियों के हमलों के भय से पूरी तरह मुक्त हुआ जा सकेगा।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ जूलॉजी की शोधकर्ता और ‘सेव द एलिफेंट्स’ संस्था प्रमुख डॉ. लुसी किंग ने केन्या में किए एक प्रयोग में जंगली हाथियों के आक्रमण की समस्या से निदान के लिए मधुमक्खियों का सहारा लिया। प्रयोग में वैज्ञानिक ने जंगल से सटे कुछ इलाकों के कुछ खेतों की घेराबंदी मधुमक्खियों के छत्तों से की जिसके नतीजे चैंकाने वाले थे। शोधकर्ता के अनुसार जिन खेतों के आसपास मधुमक्खियों, ततैयों या डंक मारने वाले भौंरों के छत्ते थे वहां हाथी बिल्कुल नहीं आए। ठीक ऐसे ही नतीजे तंजानिया में भी मिले।

- अमिता गोस्वामी

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