चीन को अपवाद बनाने वाली हर चीज को कमजोर कर रहे शी चिनफिंग
सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने और अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से उठाए जा रहे कदमों का उनके देश और पूरी दुनिया पर भयावह परिणाम होगा।
वॉशिंगटन। सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने और अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से उठाए जा रहे कदमों का उनके देश और पूरी दुनिया पर भयावह परिणाम होगा। प्रतिष्ठित पत्रिका ‘फॉरेन पॉलिसी’ ने सोमवार को यह टिप्पणी की। ‘फॉरेन पॉलिसी’ के प्रधान संपादक जोनाथन टेपरमैन ने पत्रिका के नवीनतम अंक में कहा, ‘‘दशकों तक देश (चीन) तानाशाही से पैदा हुई समस्याओं से बचने में कामयाब रहा।
अब शी चिनफिंग की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने के कदमों से चीन को अपवाद बनाने वाली हर चीज कमजोर पड़ जाएगी।’’ ‘पीछे की तरफ चीन की लंबी छलांग’ (चाइनाज ग्रेट लीप बैकवर्ड) शीर्षक से लिखे गए एक आलेख में टेपरमैन ने लिखा कि 2012 में सत्ता पर काबिज होने के बाद से शी ने चीन के सामूहिक नेतृत्व को ध्वस्त करने के लिए कई तरीके से काम किया है।
टेपरमैन ने लिखा कि भ्रष्टाचार से मुकाबले के नाम पर शी ने बड़ी संख्या में अधिकारियों को मरवा दिया जो उनका सबसे बड़ा अपराध है। शी की राय में वे अधिकारी सर्वोच्च नेता के प्रति पर्याप्त रूप से वफादार नहीं थे। इसकी जगह उन्होंने इनाम आधारित व्यवस्था शुरू की जिसकी बुनियाद में डर होता है। प्रधान संपादक ने लिखा कि उन्होंने खुद को ‘‘हर चीज का चेयरमैन’’ नियुक्त करके सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली।
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