अफगानिस्तान संघर्ष इस साल सीरिया से भी ज्यादा जानलेवा बन सकता है
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी हमले के 17 साल बाद देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं और इस साल अफगानिस्तान का संघर्ष सीरिया से भी भयानक हो सकता है।
काबुल। विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी हमले के 17 साल बाद देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं और इस साल अफगानिस्तान का संघर्ष सीरिया से भी भयानक हो सकता है। यूनाइटेड स्टेट्स इन्स्टीट्यूट ऑफ पीस में अफगान विशेषज्ञ जॉनी वाल्श ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान में हताहतों की बढ़ती संख्या और सीरिया में जंग के खात्मे की बनती स्थिति से अफगानिस्तान जंग दुनिया में सबसे जानलेवा बन सकती है।’
’उन्होंने कहा कि साल दर साल संघर्ष की स्थिति और हिंसक रूप अख्तियार कर रही है । सीरियन ऑब्जरवेटरी फोर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान के गृह युद्ध के एक दशक बाद शुरू हुए सीरिया के संघर्ष में इस साल अब तक 15,000 लोगों की मौतें हो चुकी है। इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रूप के कंसल्टेंट ग्रीम स्मिथ ने बताया कि कुछ रिपोर्टों से संकेत मिल रहा है कि 2018 में अफगानिस्तान की जंग में लोगों की मौत की संख्या 20,000 को पार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि सीरिया में जंग की स्थिति के बावजूद यह संख्या किसी भी संघर्ष को पीछे छोड़ सकती है। स्वीडन के यूसीडीपी के मुताबिक 2017 में संघर्ष में सभी पक्षों से मौतों की संख्या 19,694 पहुंच गयी थी। संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल के छह महीने में 1692 आम अफगान नागरिकों की मौत हो चुकी है। गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नुसरत रहीमी ने अनुमान लगाया कि हर हफ्ते 300-400 ‘‘विद्रोही लड़ाके’’ मारे जाते हैं। बहरहाल, उन्होंने आम नागरिकों या सरकारी बलों का आंकड़ा नहीं दिया।
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