तालिबानी लड़ाकों के हाथों सीमा चौकी का नियंत्रण खोने के बाद 46 अफगान सैनिकों ने पाकिस्तान से मांगी शरण

Afghan soldiers
प्रतिरूप फोटो

सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के एक बयान के अनुसार, एएनए और सीमा पुलिस से संबद्ध पांच अधिकारियों समेत 46 सैनिकों ने शरण मांगी है क्योंकि वे अफगानिस्तान में पैदा हुए सुरक्षा हालात के कारण पाक-अफगान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी सैन्य चौकियों पर कब्जा बरकरार रखने में असमर्थ थे।

इस्लामाबाद। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तालिबान लड़ाकों के हाथों एक सीमा चौकी का नियंत्रण खोने के बाद कम से कम 46 अफगान सैनिकों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में शरण ली है। सोमवार को मीडिया में आईं खबरों में यह जानकारी दी गई है। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि घटना रविवार देर रात देश के चित्राल जिले के अरुंडु सेक्टर में हुई जब अफगान नेशनल आर्मी (एएनए) के स्थानीय कमांडर ने पाकिस्तानी सेना से शरण और सुरक्षित मार्ग के लिए अनुरोध किया। 

इसे भी पढ़ें: एंटनी ब्लिंकन की भारत यात्रा: अफगानिस्तान के हालात और पाकिस्तान के आतंकी वित्त पोषण पर होगी चर्चा 

सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के एक बयान के अनुसार, एएनए और सीमा पुलिस से संबद्ध पांच अधिकारियों समेत 46 सैनिकों ने शरण मांगी है क्योंकि वे अफगानिस्तान में पैदा हुए सुरक्षा हालात के कारण पाक-अफगान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी सैन्य चौकियों पर कब्जा बरकरार रखने में असमर्थ थे। पाकिस्तानी सेना ने सूचना और आवश्यक औपचारिकताओं के लिए अफगान अधिकारियों से संपर्क किया है। सेना ने कहा, अफगान अधिकारियों से संपर्क और आवश्यक सैन्य प्रक्रियाओं के बाद, पांच अधिकारियों सहित 46 सैनिकों को पाकिस्तान में शरण / सुरक्षित मार्ग दिया गया है।

अफगान सैनिकों को सेना के स्थापित मानदंडों के अनुसार भोजन, आश्रय और आवश्यक चिकित्सा देखभाल सहायता प्रदान की गई है। डॉन समाचार पत्र की खबर के अनुसार, सेना ने कहा कि इन सैनिकों को उचित प्रक्रिया के बाद सम्मानजनक तरीके से अफगान सरकार के अधिकारियों को लौटा दिया जाएगा। गौरतलब है कि जब से अमेरिका ने सितंबर तक अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापसी की घोषणा की है, तब से तालिबान ने अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं, जिससे सैकड़ों सैनिकों और अन्य अधिकारियों को पड़ोसी देशों पाकिस्तान, ईरान और ताजिकिस्तान में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। 

इसे भी पढ़ें: काबुल से तनाव बढ़ने के साथ पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती सीमा पर सैनिक तैनात किए 

एक जुलाई को इसी तरह की एक घटना में, कम से कम 35 अफगान सैनिकों ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी सैन्य चौकी पर कब्जा बरकरार रखने में असमर्थता के कारण शरण / सुरक्षित मार्ग के लिए पाकिस्तानी सेना से अनुरोध किया था। सेना के अनुसार, उन्हें पाकिस्तान में सुरक्षित मार्ग भी दिया गया और उचित प्रक्रिया के बाद अफगान सरकार के अधिकारियों को सौंप दिया गया। अफगान सेना हाल ही में काफी हद तक तालिबान के दबाव में आ गई है। इससे पहले जुलाई में, तालिबान के हमलों के बाद 1,000 से अधिक अफगान सुरक्षाकर्मी सीमा पार ताजिकिस्तान में भाग गए थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़