वुहान सम्मेलन के बाद भारत-चीन के नेताओं के बीच मुद्दों की व्यापक समझ बनी: राजदूत

After the Wuhan Conference, there was a broad understanding of the issues between India and China leaders
[email protected] । May 20 2018 10:36AM

चीन में भारत के राजदूत गौतम बंबावले ने आज कहा कि वुहान सम्मेलन के बाद दोनों के नेतृत्व के बीच रणनीतिक और समग्र मुद्दों के बारे में व्यापक समझ बनी है।

बीजिंग। चीन में भारत के राजदूत गौतम बंबावले ने आज कहा कि वुहान सम्मेलन के बाद दोनों के नेतृत्व के बीच रणनीतिक और समग्र मुद्दों के बारे में व्यापक समझ बनी है। पिछले साल के डोकलाम गतिरोध के बीच भारत चीन संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए अप्रैल में चीन के मध्य शहर वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अप्रत्याशित दो दिवसीय ‘दिल से दिल की बात’ सम्मेलन हुआ था। बंबावले ने कहा, ‘‘आज, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच वुहान सम्मेलन, जहां दोनों नेताओं ने कई घंटों तक विशेषकर रणनीतिक एवं समग्र मुद्दों पर दिल से दिल तक बातचीत की थी, के बाद दोनों देशों के नेतृत्व के बीच एक दूसरे के प्रति व्यापक समझ बनी है।’’

पिछले साल जब भारत ने डोकलाम में एक सड़क निर्माण का कार्य रुकवा दिया था तब दोनों देशों के सैनिकों के बीच 73 दिनों तक गतिरोध रहा था। यहां भारतीय दूतावास में भारत के महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर की 157 वीं जयंती के सिलसिले में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि टैगोर चीन और उसकी प्राचीन सभ्यता के प्रति आकर्षित हुए थे। वह भारत के उन महान चिंतकों में एक थे जो दुनिया की दो महान सभ्यताओं भारत और चीन के बीच परस्पर तालमेल और सहयोगपरक साझेदारी के फायदे समझते थे। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़