धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका ने जारी की 10 देशों की सूची, 3 साल से लिस्ट में पाकिस्तान बरकरार, चीन भी हुआ शामिल
अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर एक सूची जारी की है। बर्मा, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, इरिट्रिया, ईरान, डीपीआरके, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, और तुर्कमेनिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के व्यवस्थित, चल रहे और गंभीर उल्लंघनों में शामिल होने या सहन करने के लिए विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया गया।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने पाकिस्तान और चीन सहित 10 देशों को धार्मिक स्वतंत्रता के गंभीर उल्लंघन में लिप्त होने या सहन करने के लिए विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया है। एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन प्रत्येक व्यक्ति के धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें मानवाधिकार के उल्लंघनकर्ताओं और दुर्व्यवहारियों का सामना करना और उनका मुकाबला करना शामिल है।
चीन और पाकिस्तान समेत ये देश
बर्मा, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, इरिट्रिया, ईरान, डीपीआरके, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, और तुर्कमेनिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के व्यवस्थित, चल रहे और गंभीर उल्लंघनों में शामिल होने या सहन करने के लिए विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया गया।
इसे भी पढ़ें: पूर्वी लद्दाख के बाद अब भूटान में चीन की घुसपैठ, सैटेलाइट इमेज से हुआ बड़ा खुलासा, भारत के लिए चिंता की बात
चीन ने जताई आपत्ति
अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के साथ ही चीन को भी धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए ‘चिंता वाले देशों की श्रेणी’ में रखे जाने को लेकर चीन ने उसकी आलोचना की है। अमेरिकी आरोपों के बारे में पूछने पर झाओ ने कहा, ‘‘चीन की सरकार कानून के मुताबिक नागरिकों की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करती है।’’ उन्होंने कहा कि चीन में करीब 20 करोड़ धार्मिक मतों को मानने वाले लोग हैं, 3.80 लाख से अधिक धार्मिक कर्मचारी हैं, 5500 धार्मिक समूह हैं और धार्मिक गतिविधियों के लिए 1.40 लाख से अधिक स्थान हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चीन के लोग धार्मिक स्वतत्रंता का पूरा लाभ उठाते हैं।
अन्य न्यूज़