मीडिल ईस्ट के सम्मेलन में जयशंकर, पाकिस्तान के साथ हो गया बड़ा खेल

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@DrSJaishankar
अभिनय आकाश । Dec 9 2024 1:23PM

एक वक्त था जब पाकिस्तान को मीडिल ईस्ट के देश भाव देते थे। पाकिस्तान को खाड़ी देश अपने मुद्दे में इसलिए शामिल करते थे क्योंकि पाकिस्तान भी एक मुस्लिम देश है। हालांकि अब वक्त बदल गया है और मजहब से ज्यादा कूटनीति और इकोनॉमी की बात हो रही है।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मीडिल ईस्ट के महत्वपूर्ण देश बहरीन में वर्ल्ड लेवल की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए पहुंचे। एक दिन पहले जयशंकर मीडिल ईस्ट के एक और देश कतर में थे, जहां उन्होंने दोहा फोरम में हिस्सा लिया। वहां उन्होंने ऐसी बातें कहीं जिससे सुनकर दुनिया में केवल एक देश बहुत ज्यादा मुश्किलों में फंस गया है। उस देश का नाम पाकिस्तान है। मीडिल ईस्ट के सम्मेलन में जयशंकर को देखकर पाकिस्तान का दुख खत्म नहीं हो रहा। कतर में हुए दोहा फोरम में जयशंकर ने हिस्सा लिया। यहां दुनियाभर में फैली समस्याओं की बात हुई। ये सब देखकर पाकिस्तानियों के चेहरे पर सांप लोटने लगा। एक वक्त था जब पाकिस्तान को मीडिल ईस्ट के देश भाव देते थे।

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पाकिस्तान को खाड़ी देश अपने मुद्दे में इसलिए शामिल करते थे क्योंकि पाकिस्तान भी एक मुस्लिम देश है। हालांकि अब वक्त बदल गया है और मजहब से ज्यादा कूटनीति और इकोनॉमी की बात हो रही है। दोहा फोरम के प्लेटफॉर्म से जयशंकर ने भारत सहित दुनिया के 125 देशों की बात रखी। ये वो देश हैं जो दुनिया में चल रहे युद्ध से प्रभावित हो रहे हैं। चाहे वो रूस यूक्रेन का युद्ध हो चाहे इजरायल-लेबनान-गाजा की जंग जयशंकर अपनी डिप्लोमेसी के सहारे दुनिया का ट्रेपरेचर ठंडा करने की तैयारी में हैं। लेकिन पाकिस्तान के पास दुनिया में शांति का कोई रोड मैप नहीं हैं।  क्योंकि पाकिस्तान खुद ही दुनिया को अशांत करने की बड़ी वजह है।

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