जॉर्ज बुश ने घरेलू चरमपंथ के प्रति लोगों को किया आगाह, कही यह अहम बात

george w. bush

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा कि विदेशों में हिंसक चरमपंथियों और घर में हिंसक चरमपंथियों के बीच बहुत कम सांस्कृतिक समानता है। लेकिन बहुलवाद के प्रति उनकी घृणा में, मानव जीवन की अवहेलना में, राष्ट्रीय प्रतीकों को अपवित्र करने की उनकी कट्टर सोच में, वे सब एक ही जैसी कलुषित भावना वाले इंसानों की संतान हैं।

शैंक्सविले। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने राष्ट्र के विभाजन और चरमपंथ के चंगुल में फंसते जाने की आशंका जाहिर करते हुए 20 साल पहले हुए 9/11 के हमलों के तुरंत बाद दिखाई गई सहयोग की भावना की वापसी के लिए अपील की। ‘फ्लाइट 93’ की घटना में मारे गए लोगों की स्मृति में यहां स्थित राष्ट्रीय स्मारक में मुख्य भाषण देते हुए बुश ने देश के भीतर पनप रही हिंसा की चेतावनी दी। इस घटना में लोगों ने देश की राजधानी के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जाने से पहले अल-कायदा के आतंकवादियों द्वारा अपहृत अपने हवाई जहाज को नीचे गिरा दिया था। 

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उन्होंने कहा, “विदेशों में हिंसक चरमपंथियों और घर में हिंसक चरमपंथियों के बीच बहुत कम सांस्कृतिक समानता है। लेकिन बहुलवाद के प्रति उनकी घृणा में, मानव जीवन की अवहेलना में, राष्ट्रीय प्रतीकों को अपवित्र करने की उनकी कट्टर सोच में, वे सब एक ही जैसी कलुषित भावना वाले इंसानों की संतान हैं। और उनका सामना करना हमारा निरंतर कर्तव्य है।” बुश की चेतावनी तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा 2020 के चुनाव के परिणामों को उलटने का प्रयास करने के लिए यूएस कैपिटल में किए गए हिंसक विद्रोह के बमुश्किल आठ महीने बाद आई है। यह उस हमले की बुश की ओर से की गई तीखी आलोचना को दिखाता है जो राजनीति के ‘ट्रंप ब्रांड’ की आलोचना के रूप में नजर आती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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