सीडीसी निष्कासन को नहीं रोक सकता, बाइडन ने राज्यों से कदम उठाने की अपील की

Biden

व्हाइट हाउस ने कहा है कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम (सीडीसी) ‘‘लोगों को किराए के घरों से निकाले जाने की आशंका से बचने के लिए एक नए कानूनी अधिकार को खोजने में असमर्थ है’’ और इसलिए व्हाइट हाउस ने राज्यों और स्थानीय सरकारों से किराएदारों को उनके घरों में बने रहने के लिए नीतियां बनाने का अनुरोध किया है।

वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने कहा है कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम (सीडीसी) ‘‘लोगों को किराए के घरों से निकाले जाने की आशंका से बचने के लिए एक नए कानूनी अधिकार को खोजने में असमर्थ है’’ और इसलिए व्हाइट हाउस ने राज्यों और स्थानीय सरकारों से किराएदारों को उनके घरों में बने रहने के लिए नीतियां बनाने का अनुरोध किया है। बड़े पैमाने पर निष्कासन से हाल में बेहद तेजी से फैल रहे कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के प्रसार की स्थिति और खराब होने की आशंका है। लगभग 14 लाख परिवारों ने जनगणना ब्यूरो को अगले दो महीनों में अपने किराए के घरों से निकाले जाने की ‘‘आशंका’’ जताई है।

इसे भी पढ़ें: J&K के बांदीपोरा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में 3 आतंकवादी ढेर

अन्य 22 लाख लोगों का कहना है कि उन्हें किराए के घर से निकाले जाने की ‘‘कुछ हद तक आशंका’’ है। बड़े पैमाने पर लोगों को घरों से निकाले जाने की संभावना की आलोचना हो रही है कि बाइडन प्रशासन इस सप्ताह के अंत में होने वाले किराएदारों के निष्कासन के संकट का समाधान करने में धीमा रहा। व्हाइट हाउस का कहना है कि उसके पास राष्ट्रीय स्तर पर निष्कासन रोक के विस्तार का अधिकार नहीं है। देश के उच्चतम न्यायालय ने जून के अंत में संकेत दिया था कि वह विस्तार को बढ़ाने का समर्थन नहीं करेगा। न्यायाधीश ब्रेट कावानौ ने लिखा कि कांग्रेस को निष्कासन पर रोक की अवधि बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा।

इसे भी पढ़ें: उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश को बताया 'PM मटेरियल', CM बोले- मेरी कोई इच्छा नहीं, हम तो सेवक हैं

व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि लोगों का निष्कासन रोकने के लिए अगले महीने से राज्य स्तर पर प्रयास देश के एक तिहाई लोगों को निष्कासन की आशंका से बचाएंगे। बाइडन प्रशासन ने एक बयान में जोर दिया है कि किराएदारों को उनके घरों में बने रहने के लिए 46.5 अरब डॉलर मुहैया कराए गए हैं, लेकिन कई राज्य और शहर इस पर कदम उठाने में धीमे रहे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़