ड्रैगन ने नागरिकों के देश छोड़ने पर लगाई रोक, सीमा शुल्क अधिकारी लोगों के पासपोर्ट और ग्रीनकार्ड कर रहे नष्ट, जानें चीन ने इस पर क्या कहा?

china
Creative Common
अभिनय आकाश । May 16 2022 2:01PM

चीनी मूल की मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग ने एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। जिसमें पीपीईकिट पहने कुछ लोग यात्रियों के बैग को छीनते और घसीटते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही जेंग ने वीडियो के कैप्शव में लिखा है कि चीन का दक्षिणी ग्वांगडोंग प्रांत जुहाई में पता नहीं कि वास्तव में क्या हो रहा है।

कोरोना और आर्थिक संकट झेल रहे चीन में खाने-पीने के सामानों को लेकर मारामारी हो रही है। लोग दहशत में चावल, तेल, नूडल्स, नमक जैसी चीजों को एकट्ठा कर रहे हैं।चीन के वुहान शहर में सबसे पहले सामने आए कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के दो साल के अधिक समय बीत जाने के बाद अब भी चीन में कोविड संकट थमा नहीं है। मौजूदा वक्त में देशभर में अभी लगभग 40 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में लॉकडाउन में रह रहे हैं। वहीं मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भीषण कोविड संकट और खस्ता होते आर्थिक हालात के बीच चीन ने अपने नागरिकों को देश छोड़ने पर पाबंदी लगा दी है। रिपोर्ट के अनुसार चीन ने फैसला देश से पैसों को बाहर निकलने से रोकने से बचाने के लिए उठाया है। 

इसे भी पढ़ें: चीन की मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर क्रूर कार्रवाई, हर 25 में से एक व्यक्ति को सुनाई गई जेल की सजा

चीनी मूल की मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग ने एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। जिसमें पीपीईकिट पहने कुछ लोग यात्रियों के बैग को छीनते और घसीटते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही जेंग ने वीडियो के कैप्शव में लिखा है कि चीन का दक्षिणी ग्वांगडोंग प्रांत जुहाई में पता नहीं कि वास्तव में क्या हो रहा है। लेकिन ऐसी कई अफवाहें हैं कि कस्टम में लोगों के पासपोर्ट और यहां तक ​​कि ग्रीन कार्ड भी नष्ट किए जा रहे हैं। लोगों के लिए चीन से निकलना मुश्किल होता जा रहा है। जेंग के वीडियो पोस्ट पर एक यूजर ने रिप्लाई करते हुए लिखा है कि ये सच है कि चीन में सीसीपी द्वारा बहुत से लोगों के पासपोर्ट नष्ट कर दिए गए हैं। इसलिए मैं वापस चीन जाने की हिम्मत नहीं करता। पासपोर्ट को नष्ट करने और लोगों की यात्रा को रोकने के लिए वे कई बहाने ढूंढते थे। सब कुछ भयानक और किसी भी समय से भी बदतर है। हालांकि शेयर किए गए वीडियो और पासपोर्ट नष्ट की जाने वाली खबरों की प्रमाणिकता को लेकर  प्रभासाक्षी की तरफ से पुष्टि नहीं की गई है। ये पूरी तरह मीडिया रिपोर्ट और सोशल मीडिया पर किए दावे पर आधारित है। 

इसे भी पढ़ें: 'अपने पूर्ववर्तियों से अलग हैं PM मोदी', जयशंकर बोले- आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे

रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की सरकार ने ये आधिकारिक घोषणा उस वक्त की है, जब चीन के ही कुछ लोगों ने शिकायत की थी, कि विदेश से चीन लौटने पर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर अधिकारी कई घंटों तक उनकी जांच करते रहते हैं। कुछ लोगों ने कथित तौर पर कहा कि, चीनी अधिकारियों ने लोगों के पासपोर्ट और यहां तक कि संयुक्त राज्य के स्थायी निवासियों के ग्रीन कार्ड भी काट दिए। वहीं पूरे मामले पर चीन के आव्रजन निरीक्षण कार्यालय ने आज (शुक्रवार) चीनी सोशल मीडिया पर सीमा निरीक्षकों द्वारा नागरिकों के पासपोर्ट नष्ट किए जाने के हालिया आरोपों से इनकार किया और कहा कि सरकार "अफवाह फैलाने वालों" पर मुकदमा चलाने का अधिकार सुरक्षित रखती है। एक चीनी नागरिक जो हाल ही में हवाई मार्ग से बैंकॉक से वापस आया था, उसने सोशल मीडिया पर बताया कि उसने देखा कि उसी विमान में कुछ यात्रियों ने ग्वांगझू बंदरगाह पर यह पूछे जाने पर कि क्या वे फिर से विदेश जाएंगे, एक सीमा निरीक्षक द्वारा उनके पासपोर्ट छीन लिए।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़