EU नेताओं ने ब्रेक्जिट के लिए और समय देने संबंधी दो विकल्प किए पेश
लक्समबर्ग के प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल ने कहा, ‘‘12 अप्रैल को हमें यह पता करना होगा कि स्थिति क्या है।...यदि हमें तब भी कोई जवाब नहीं मिलता तो बिना किसी समझौते के ही ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर हो जाएगा।’’
ब्रसेल्स। ब्रेक्जिट के लिए थोड़ा और समय दिए जाने को लेकर यूरोपीय नेताओं और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे के बीच बृहस्पतिवार को सहमति बन गई। ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से 29 मार्च को अलग होना था, लेकिन ईयू नेताओं ने कहा कि यदि ब्रिटेन के सांसद ब्रेक्जिट संबंधी समझौते को अगले सप्ताह मंजूरी दे देते हैं तो ब्रेक्जिट के लिए 22 मई तक इंतजार किया जा सकता है। यदि हाउस ऑफ कॉमन्स पहले दो बार की तरह इस बार भी समझौते को खारिज कर देता है और ब्रिटेन इस साल यूरोपीय संघ चुनाव में भाग लेने का फैसला नहीं करता है तो ब्रेक्जिट 12 अप्रैल को होगा। ईयू परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा, ‘‘यूरोपीय संसद चुनाव कराने या नहीं कराने के ब्रिटेन द्वारा निर्णय लेने के संदर्भ में 12 अप्रैल अहम तारीख है।’’
23 से 26 मई तक होने वाले चुनाव में भाग लेने के लिए कानून बनाने की खातिर ब्रिटेन को समय चाहिए होगा और मे का कहना है कि ब्रिटेन देश की 46 वर्ष पुरानी सदस्यता समाप्त करने संबंधी मतदाताओं के फैसले ‘‘के सम्मान’’ में इसकी कोशिश नहीं करेगा। मे ने समझौते की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए मतदान के बाद ब्रिटेन के लोगों से इन चुनावों में भाग लेने के लिए पूछना गलत होगा।’’ टस्क ने कहा कि यदि मतदान नहीं कराया जाता है तो आगे ‘‘और समय देना स्वत: ही असंभव हो जाएगा।’’ ईयू अधिकारी ने कहा कि मार्च 29 की समयसीमा समाप्त हो गई है और आज रात से 12 अप्रैल नयी समयसीमा होगी।
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लक्समबर्ग के प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल ने कहा, ‘‘12 अप्रैल को हमें यह पता करना होगा कि स्थिति क्या है।...यदि हमें तब भी कोई जवाब नहीं मिलता तो बिना किसी समझौते के ही ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर हो जाएगा।’’ फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा, ‘‘अब जिम्मेदारी ब्रिटेन की है और मुझे लगता है कि यह आज की बड़ी उपलब्धि है।
EU leaders give Britain 'last chance' for orderly Brexit https://t.co/wFdhhISgCK pic.twitter.com/29taeLjbms
— Reuters Top News (@Reuters) March 22, 2019
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