बांग्लादेश में बाढ़ से खतरा बढ़ा, ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर

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बांग्लादेश में मौसम विभाग के अधिकारियों ने भारत से लगे देश के पश्चिमोत्तर और दक्षिणपूर्वी हिस्से में भारी बाढ़ का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। वहीं मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं जिससे लोगों के जानमाल और खेती की जमीन को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

ढाका। बांग्लादेश में मौसम विभाग के अधिकारियों ने भारत से लगे देश के पश्चिमोत्तर और दक्षिणपूर्वी हिस्से में भारी बाढ़ का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। वहीं मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं जिससे लोगों के जानमाल और खेती की जमीन को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। भारत के मेघालय और असम में बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बांग्लादेश के कई इलाकों में काफी पानी पहुंचा है। बांग्लादेश में जमुना के नाम से जानी जाने वाली ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है और शनिवार को रात भर हुई बारिश के बाद हजारों लोगों के पहले ही विस्थापन की खबर है।

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बांग्लादेश के बाढ़ पूर्वानुमान और चेतावनी केंद्र (एफएफडब्ल्यूसी) के एक प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “ भीषण बाढ़ का पूर्वानुमान है क्योंकि सभी प्रमुख नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। कई नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं और नदियों के किनारे बसे गांव डूब गए हैं खासकर पश्चिमोत्तर और दक्षिणपूर्वी क्षेत्रों में।”

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एफएफडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमोत्तर में ब्रह्मपुत्र और पूर्वोत्तर में मेघना डेल्टा की नदियों में पानी और आने की उम्मीद है क्योंकि ऊपरी इलाकों से काफी पानी आ रहा है और आने वाले हफ्तों में बारिश का भी पूर्वानुमान है। बांग्लादेश में मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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